पांवटा में 7.50 करोड़ से एस्ट्रोटर्फ मैदान बना
सिरमौर,ब्यूरो रिपोर्ट
महिला हॉकी छात्रावास माजरा में 7.50 करोड़ से हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान तो तैयार कर दिया, लेकिन अब तक ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया है। इसके कारण मैदान पर पानी का छिड़काव नहीं हो पा रहा है।
खिलाड़ियों को सूखे मैदान पर प्रैक्टिस करनी पड़ रही है। पूर्व केंद्रीय खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने माजरा को एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान की सौगात दी थी। एस्ट्रोटर्फ बिछाने के एक साल बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जा सका है।हाल ही में आयोजित उत्तर भारत हॉकी प्रतियोगिता के दौरान जनरेटर से पानी का छिड़काव करना पड़ा। 8 मई 2022 को तत्कालीन खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने 7.50 करोड़ रुपये एस्ट्रोटर्फ मैदान को देने की घोषणा की थी। 11 मार्च 2024 को मैदान का वर्चुअल उद्घाटन किया गया।
मैदान में पानी छिड़काव के लिए फव्वारे लगाए गए हैं। बिजली कनेक्शन न होने से फव्वारे काम नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते चलते हिमाचल प्रदेश स्कूल हाॅकी छात्रावास माजरा की खिलाड़ियों को अभ्यास में दिक्कतें आ रही हैं। माजरा टर्फ मैदान के लिए ट्रांसफार्मर लगाने की योजना है। शीघ्र ही इस योजना के तहत बिजली कनेक्शन सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।मेरा गांव मेरा देश संस्था के निदेशक अनुराग गुप्ता, अध्यक्ष पुष्पा खंड्जा, जाफर अली और लक्ष्मी चंद अत्री ने बताया कि पिछले उत्तर भारत हॉकी प्रतियोगिता के दौरान पानी के छिड़काव के लिए जनरेटर का सहारा लेना पड़ा।
मैदान पर अस्थायी रूप से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।सेवानिवृत्त हॉकी कोच चंद्रशेखर का कहना है कि बिना पानी छिड़काव के टर्फ पर खेलने से खिलाड़ियों के चोटिल होने का खतरा बढ़ जाता है। गेंद पर नियंत्रण कठिन हो जाता है। खेल की गति धीमी हो जाती है। मैदान के तापमान में वृद्धि के कारण खिलाड़ियों में निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती है। पानी का छिड़काव न होने से एस्ट्रोटर्फ मैदान के शीघ्र खराब होने की आशंका भी रहती है।
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