इसके लिए निगम ने भी प्रक्रिया को आरंभ कर दिया
काँगड़ा,रिपोर्ट नेहा धीमान
जिला कांगड़ा में ठेकेदार न मिलने के कारण बंद पड़े शराब के ठेकों को अब प्रदेश वन विकास निगम के माध्यम से चलाया जाएगा। इसके लिए निगम ने भी प्रक्रिया को आरंभ कर दिया है।
निगम की ओर से चलाए जाने वाले इन ठेकों पर मल्टीपर्पज वर्कर तैनात किए जाएंगे। इसके लिए निगम ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से 42 शराब के ठेकों के लिए 84 एमपीडब्ल्यू कर्मी की डिमांड की गई है। इन कर्मियों के मिलने के बाद निगम की ओर से शराब के ठेकों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।जानकारी के अनुसार मार्च से करीब आठ चरणों में जारी शराब के ठेकों की नीलामी के बाद भी कांगड़ा के 42 शराब के ठेकों के लिए कोई भी ठेकेदार नहीं मिला। इन शराब के ठेकों के लिए विभाग ने 39.96 करोड़ रुपये आरक्षित दाम निर्धारित किया था। इन 42 शराब के ठेकों में छह देसी शराब जबकि 36 देसी और अंग्रेजी शराब के ठेके हैं।
धर्मशाला कोतवाली बाजार, नड्डी के समीप डलझील, करेरी, पलेरा, गाहलियां, नंदरूल, राजल, पपरोला, 78 मील अबेरी, बही, कुदेल, द्रम्मण, डगोह, जयसिंहपुर और लोअर लंबागांव में शराब के ठेके नहीं बिके हैं। इसके अलावा बिंद्रावन, टांडा, लाहला, पुन्नर, भवारना, सुलह, बोदा, धीरा, गदियाड़ा, डरोह, बैराघट्टा, बछबाइं, कांगड़ा पुराना बस स्टैंड, नटैहड़, बड़ी हलेड़, भट्टी, रड़, मूमता, मुंदला, रानीताल रेलवे स्टेशन, कंडी डोलरू, उपरली कोठी, जसाई एनएच, हरिपुर, थिल, बारी कलां और पनाहर में निगम की ओर से शराब के ठेकों को संचालित किया जाने की योजना हैै।प्रदेश वन विकास निगम की ओर से जिला में शराब के ठेकों को चलाने की योजना है। इसके लिए एमपीडब्ल्यू की डिमांड की गई है। प्रत्येक शराब के ठेके पर दो कर्मी तैनात किए जाएंगे। कर्मी मिलने पर शराब के ठेकों का संचालन शुरू किया जाएगा।
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