इस पर तय होगा 11वां मंत्री, जानिए नए समीकरण
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जहां से होगा, उस संसदीय क्षेत्र को मंत्री नहीं मिलेगा। नए वित्त वर्ष में मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो नए मंत्री के समीकरण कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष का स्थान ही तय करेगा।
शिमला और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को मंत्री मिलने की कोई संभावना पहले से ही नहीं दिख रही है। शिमला से पांच मंत्री हैं तो हमीरपुर से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और एक कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में नया कैबिनेट मंत्री तय करने के लिए कांगड़ा और मंडी संसदीय क्षेत्र पर ही विचार हो रहा है। अगर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष इन दो क्षेत्रों में से जिससे बना, वहां से मंत्री बनाने का संभावना कम हो जाएगी। शिमला संसदीय क्षेत्र से पांच मंत्री होने पर यहां संख्या घटाने की बातें हो रही हैं।
अगर शिमला के बजाय कांगड़ा को कांग्रेस अध्यक्ष मिलता है तो मंडी की मंत्री पद पर दावेदारी और मजबूत होगी। मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। अगर मंडी को अध्यक्ष पद जाता है तो उस स्थिति में कांगड़ा की मंत्री पद पर दावेदारी और मजबूत होगी। कांगड़ा से संजय रतन भी मंत्री पद की दावेदारी में माने जाते हैं। चंबा को भी मंत्री मिल सकता है। मुख्यमंत्री सुक्खू कुछ समय पहले मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत दे चुके हैं। हालांकि, कब मंत्रिमंडल में इस एक पद को भरा जाएगा इस पर अभी स्थिति साफ नहीं है।प्रतिभा सिंह का कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के रूप में कार्यकाल अप्रैल में पूरा होने जा रहा है।
वह अध्यक्ष पद पर बनी रहेंगी कि नहीं। इस पर अभी तस्वीर पूरी तरह से साफ नहीं है। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल कह चुकी हैं कि इस पर हाईकमान को निर्णय लेना है। पार्टी का एक गुट उन्हें अध्यक्ष बनाए रखने का पुरजोर पक्ष ले रहा है, मगर कांग्रेस का दूसरा खेमा हाईकमान को एक परिवार एक पद की दलील दे चुका है। आलाकमान किस गुट की सुनता है, यह अप्रैल या इसके बाद मालूम होगा। ऐसे में अगर प्रतिभा सिंह अध्यक्ष बनी रहती हैं तो उस स्थिति में कांगड़ा और मंडी दोनों ही संसदीय क्षेत्रों की मंत्री पद पर प्रबल दावेदारी बनी रहेगी।
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