सेस पर दस पैसे देने में नहीं होना चाहिए कोई एतराज
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
बिजली के बिलों में लगाए गए दूध और पर्यावरण सेस के मामले पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता विपक्ष जयराम ठाकुर के बीच नोकझोंक हुई।
अग्निहोत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था मजबूत करने को बिजली पर सेस लगाया है। दस पैसे देने में कोई एतराज नहीं होना चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने कहा कि मनाली में होटल मालिकों को जनवरी में बिजली के भारी भरकम बिल आए हैं। जनवरी में होटल खाली रहते हैं। जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यदि बिल ज्यादा आ रहा है तो उपभोक्ता इसकी शिकायत इलेक्ट्रिसिटी रिड्रेसल फोरम पर कर सकते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि सेस लगाने के बाद भी आय नहीं हो रही है, तो ये सेस क्यों लगाया।
होटल उद्योग को इसके दायरे से बाहर करना चाहिए। पूछा कि कांग्रेस सरकार चुनावी गारंटी में 300 यूनिट बिजली फ्री कब देगी। जवाब में अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में लोकहित के दृष्टिगत दूध आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए तथा पर्यावरण सुरक्षा के लिए विद्युत उपभोग पर सेस लगाए गए हैं। इससे कोई ज्यादा आय नहीं हो रही है। होटल और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर दूध सेस 10 पैसे प्रति यूनिट और 10 पैसे प्रति यूनिट पर्यावरण सेस लगाया गया है। आम लोगों पर इसका कोई भार नहीं पड़ रहा है।अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा ने मंदिरों की आय का कुछ हिस्सा गोवंश के लिए रखा था। जयराम ठाकुर ने कहिा कि मंदिरों का जो पैसा है, वह श्रद्धा से दिया जाता हैं। उसे सेस से नहीं जोड़ना नहीं चाहिए।
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