पशुपालन विभाग और फाउंडेशन के बीच समझौता पत्र पर हुए हस्ताक्षर
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
पिछले तीन साल से गांव धंधडी में गोशाला चला रही देव भूमि गोरक्षा फाउंडेशन ने अब बेसहारा गोवंश के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। जिया क्षेत्र गो अभयारण्य के संचालन की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली है।
इस संबंध में पशुपालन विभाग और फाउंडेशन के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। बर्फीली पहाड़ियों के बीच 200 कनाल में फैला यह गो अभयारण्य अब 500 से अधिक बेसहारा गोवंश को सुरक्षित आश्रम देगा। यहां हरे चारे, चिकित्सकीय सुविधाओं, समय-समय पर स्वास्थ्य जांच और पीने के पानी की उचित व्यवस्था की संपूर्ण सुविधा होगी। इससे सड़कों पर घूमने वाले घायल या बीमार गोवंश को राहत मिलेगी। देवभूमि गोरक्षा फाउंडेशन के निदेशक संजीव कुमार ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षों से गो सेवा में सक्रिय हैं। हमने कई बार घायल या बीमार गोवंश को गोशालाओं में पहुंचाने का प्रयास किया लेकिन सीमित क्षमता के कारण कई बार उन्हें रखने से इंकार कर दिया जाता था।
जब हमें पता चला कि जिया क्षेत्र का गो अभयारण्य बिना संचालन के पड़ा है तो विभाग से संपर्क किया और इसके प्रबंधन की जिम्मेदारी लेने का फैसला किया। इस अभयारण्य के संचालन से गोवंश को सड़कों पर दुर्घटनाओं से बचाया जा सकेगा। साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। यह पहल गो संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण विकास में भी सहायक साबित होगी।पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. सीमा गुलेरिया ने बताया कि वीरवार तक अभयारण्य का संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और गो अभयारण्य के संचालक भी मौजूद रहेंगे। निरीक्षण के दौरान जो भी कमियां पाई जाएंगी उन्हें जल्द से जल्द दूर कर गो अभयारण्य को फाउंडेशन के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
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