एक व्यक्ति को 19 फर्जी पर्चियों के साथ पकड़ा
बिलासपुर,ब्यूरो
एम्स बिलासपुर में फर्जी पर्चियां बना कर मरीजों को उपचार दिलाने का भंडाफोड़ हुआ है। एम्स के सुरक्षा कर्मियों ने एक व्यक्ति को 19 फर्जी पर्चियों के साथ पकड़ा है।
दरअसल, पहले एम्स के कर्मचारियों को ओपीडी काउंटर में मरीज के पास से एक फर्जी पर्ची मिली। फर्जी पर्चियां बनाने का शक होने पर सुरक्षा कर्मियों को ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। इसके बाद एक दिन एम्स परिसर में एक व्यक्ति पर्चियों के साथ दिखा। सुरक्षाकर्मियों ने जांच की तो वह फर्जी पाई गई।सॉफ्टवेयर नहीं चलने से इन दिनों एम्स में ऑफलाइन ही पर्चियां बनाई जा रही हैं। इसी का फायदा उठाकर व्यक्ति फर्जी पर्चियां बनाकर ओपीडी में मरीजों का उपचार कराने की कोशिश में लगा हुआ था। लेकिन ऑफलाइन पर्चियों पर एम्स की ओर से नंबर भी डाले जा रहे थे, जो फर्जी पर्चियों पर नहीं थे। इसी वजह से फर्जी पर्चियां बनाने का का मामला खुल गया। एम्स के सुरक्षा प्रभारी की शिकायत पर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि फर्जी पर्चियां बनाकर व्यक्ति क्या लाभ ले रहा था।
आरोपी एम्स के बाहर एक मेडिकल स्टोर में काम करता है। शिकायत में एम्स के सुरक्षा प्रभारी एवं सहायक प्रोफेसर लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. भूपेंद्र यादव ने शिकायत में बताया है कि 1 फरवरी को ओपीडी काउंटर पर एक फर्जी पर्ची पकड़ी। 3 फरवरी की शाम को सुरक्षाकर्मियों ने एक व्यक्ति को 19 पर्चियों के साथ पकड़ा है। उन्हें कार्यालय में बुलाया तो सारी पर्चियां फर्जी पाई गईं। व्यक्ति ने अपना नाम मनीष बताया और कहा की वह एम्स के पास ही एक मेडिकल स्टोर में काम करता है। उसने बताया कि फर्जी पर्चियां खुद बनाई हैं। उसने गलती मानी और माफी मांगने लगा। इसके बाद बुधवार को उस मेडिकल स्टोर का मालिक भी कार्यालय में आया। उसने भी माना कि पर्चियों के साथ पकड़ा गया व्यक्ति उसी के मेडिकल स्टोर में काम करता है।मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी के खिलाफ सबूत मिलने पर उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।
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