सड़क निर्माण में अनिय@मितता पर प्रधान निलं@बित
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के शिमला के जिले के ठियोग उपमंडल में एक और गड़बड़झाला सामने आया है। यहां एक पंचायत प्रधान पर सड़क निर्माण के लिए आए ढाई लाख रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा है।
कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत अधिकारी शिमला ने ठियोग की शड़ी मतियाना के प्रधान अमीं चंद को प्रधान पद से निलंबित कर दिया है। साथ ही प्रधान से 2,55,125 रुपये राशि की रिकवरी के भी आदेश दिए हैं। यह गड़बड़ी तब सामने आई, जब कनिष्ठ अभियंता ने मामले की जांच की। जानकारी के अनुसार शड़ी मतियाना पंचायत ने खंड विकास कार्यालय ठियोग से मझोगड़ा नाला से मझोगड़ा मोहाल संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए 7,65,000 की राशि की मांग की। इसके लिए कार्यालय ने पंचायत को पांच लाख की राशि स्वीकृत कर दी।इस सड़क के निर्माण के तहत कटिंग, सड़क की सोलिंग और डंगों का निर्माण किया जाना था, लेकिन पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार प्रधान की ओर से खर्च की राशि में कई प्रकार की अनियमितताएं पाई गईं।
पंचायत की ओर से खर्च की गई राशि और कार्यालय की मूल्यांकन रिपोर्ट में लगभग अढ़ाई लाख रुपये का अंतर पाया गया। कार्यालय ने प्रधान को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के आदेश जारी किए, लेकिन प्रधान ने समय अवधि बीत जाने तक कोई जवाब दाखिल नहीं किया। इस पर जिला पंचायत अधिकारी ने पंचायती राज अधिनियम/नियमों के तहत कार्रवाही करते हुए प्रधान को निलंबित कर दिया है और बकाया राशि को जमा करवाने के आदेश पारित किए हैं।दूसरी ओर, जब इस बारे में प्रधान से बात करनी चाही तो प्रधान ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। मझोगड़ा नाला से मझोगड़ा मोहाल सड़क निर्माण में स्वीकृत राशि और खर्च की गई राशि की मूल्यांकन रिपोर्ट में खामियां पाई गई हैं, जिस पर कार्रवाही करते हुए प्रधान को पद से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा प्रधान पर 2,55,125 की राशि की रिकवरी भी डाली गई है।
प्रधान को अपना पक्ष रखने के लिए नियमानुसार समय दिया गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं आया, जिसके बाद यह कार्रवाही की गई है।स्थानीय लोगों ने उक्त प्रधान के खिलाफ शिकायत खंड विकास अधिकारी ठियोग के पास की थी। इसके बाद कनिष्ठ अभियंता ने मामले की जांच की। मूल्यांकन रिपोर्ट के मुताबिक सड़क की कटाई के लिए 88,440 और सोलिंग पर 77,934 रूपये की राशि आंकी गई। मूल्यांकन रिपोर्ट में पंचायत रिकाॅर्ड से अधिक पैसे खर्च किए गए। उक्त कार्य करवाने के लिए मस्टररोल लगाया जाना था, लेकिन पंचायत ने कोई मस्टररोल जारी नहीं किया। हैरत की बात है कि उक्त कार्य की अदायगी पंचायत द्वारा जेसीबी मशीन से दर्शाई गई। उधर, पंचायत अधिकारी ने बताया कि प्रधान को कार्य में लापरवाही बरतने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्होंने पंचायत से जुड़ा रिकॉर्ड और सामान को पंचायत सचिव को सौंपने के आदेश जारी भी दिए हैं।
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