कुल मिलाकर सशक्त राजनैतिक इच्छा शक्ति के बिना कार्यपालिका भी गौण ही होती है
पालमपुर,रिपोर्ट नेहा धीमान
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा पहाड़ी में एक कहावत है परणोयां दे बोले , चोर नी पकडोंदे अर्थात चोर मेहमानो से नहीं पकड़े जाते ।
इसके लिए एक दृढ़ राजनैतिक इच्छा शक्ति चाहिए । कुल मिलाकर सशक्त राजनैतिक इच्छा शक्ति के बिना कार्यपालिका भी गौण ही होती है। पूर्व विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा 80 के दशक में राजनैतिक इच्छा शक्ति के चलते बतौर मुख्यमन्त्री सरदार वेअन्त सिंह व डी जी पी के पी एस गिल ने मिलकर खालिस्तान का नारा लगाने वाले उग्रवादियों की हरकतों से धू धू करके जल रहे पंजाब में उग्रवादियों का सफाया अर्थात खात्मा करके रख दिया । इसी तरह काम नहीं तो दाम नहीं अर्थात विना काम के वेतन काहे का , हर चौथे दिन मुर्दा वाद , जिन्दा वाद के नारों व हडतालों से आहत 90 वें के दशक में बतौर मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार जी ने राजनैतिक इच्छा शक्ति के चलते नो वर्क नो पे लागू करके पूरे भारतवर्ष को दिखा दिया ।
इसी तरह कार्यपालिका के तोर पर सामान्य प्रशासन में श्रीमति मनीषा श्री धर व पुलिस प्रशासन में संजीव गांधी ने जिला कांगड़ा में ऐसा नाम कमाया नतीजन चौराहे पर ताश खेलने वाले जुआरी , दुकान में चाय की जगह शराब का पैग बेचने वाले व्यापारी व नशेडी इनके नाम से थर थर कांपते थे । वर्तमान में राजनैतिक इच्छा शक्ति का सबसे बडा उदाहरण भारतवर्ष के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी हैं जिन्होंने दुश्मन देश के घर में बालाकोट जैसे स्थलों पर उग्रवादियों के ठिकानों को ध्वस्त करके पूरे विश्व को दिखा दिया । इसी तरह उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री श्री योगी आदित्य नाथ जी का उदाहरण देते हुए पूर्व विधायक ने कहा बड़े बडे गुंडों , चोरों , बदमाशों व ढकेतों का योगी जी ने काफी हद तक खात्मा करके रख दिया । उसी एवज़ में पूर्व विधायक ने मुख्यमन्त्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू जी से कहा है चिटटे की निरन्तर वारदातों से कांगड़ा बुरी तरह जलने लगा है ऐसे में जरा राजनैतिक इच्छा शक्ति का परिचय देकर संजीव गांधी को कांगड़ा पुलिस की कमान देकर यहाँ चिटटे के ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त करवायें ।
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