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किसानों और बागवानों को अब मौसम की सटीक जानकारी मोबाइल पर,जानिए

                                    बागवानों और किसानों को मोबाइल पर मिलेगा मौसम का अलर्ट

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

शिमला जिले के किसानों और बागवानों को अब मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी। सरकार (रियल-टाइम) डाटा उपलब्ध कराने के लिए जिले में 9 स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित करने जा रही है ताकि मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सके। 

जिला प्रशासन के मुताबिक अब तक शिमला ग्रामीण क्षेत्र के खलग और बसंतपुर में मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं। बाकी 7 स्टेशनों पर काम चला है। यह स्टेशन पनोग (शोघी), अरहा (नारकंडा), जलोग (सुन्नी), शकरत, बगैन, थाना (चौपाल) में स्थापित किए जाने हैं।किसानों को उनके फोन पर अलर्ट के जरिये मौसम का ताजा अपडेट मिलता रहेगा। इससे उन्हें अपनी फसलों की सुरक्षा करने का पर्याप्त समय मिल पाएगा। यह जानकारी डीसी अनुपम कश्यप ने राजस्व अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। गौरतलब है कि किसान मौसम के अनुसार फसलों की बुआई करते हैं लेकिन फसल पूरी तरह से तैयार होने से पहले जब मौसम रुख बदलता है तो भारी नुकसान हो जाता है। प्रशासन ने अब इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एक समाधान निकाला है। इसके लिए जिले में ऑटोमैटिक वैदर स्टेशन लगाए जा रहे हैं।


उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि इसका उद्देश्य मौसम संबंधी आंकड़ों की सटीकता बढ़ाना और जलवायु संबंधी चुनौतियों से निपटने की प्रक्रिया में सुधार लाना है। कहा कि यह नेटवर्क पूर्व चेतावनी प्रणालियों और आपात स्थिति में जवाबी क्षमताओं को बढ़ाकर प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन में महत्वपूर्ण सुधार करेगा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को इस दिशा में भी कार्य करने के निर्देश दिए है।उपायुक्त अनुपम कश्यप ने राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि (एसडीएमएफ) के तहत भेजे प्रस्ताव पर भी चर्चा की। कहा कि आपदा न्यूनीकरण निधि आकर्षक नहीं हैं। उन्होंने सभी एसडीएम को दोबारा बेहतर प्रस्ताव तैयार कर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं से नियमित रूप से तबाह होता रहता है। अधिकारियों को सक्रिय आपदा तैयारी, शमन उपायों और क्षमता निर्माण गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय दिशा-निर्देशों का ठीक से पालन करते हुए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।




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