इस सामुदायिक भवन का निर्माण दो फेज में होगा
ज्वाली,रिपोर्ट राजेश कतनौरिया
कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो.चन्द्र कुमार ने आज वीरवार को भलूं पंचायत में सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया। इस सामुदायिक भवन का निर्माण दो फेज में होगा।पहले फेज में ग्राउंड फ्लोर पर 33 लाख की राशि से पंचायत भवन बनाया जाएगा और दूसरे फेज में पहली मंजिल पर हॉल का निर्माण किया जाएगा।
कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पंचायतें विकास की कड़ी होती है और इनकी मजबूती के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गाँवों के विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि जब वे राजनीति में आये थे, तब विधानसभा क्षेत्र में पानी,सड़क,बिजली की सुविधा नहीं थी। उन्होंने कहा कि जहां राजनीतिक लीडरशिप होती है,वहीं विकास होता है।आज विधानसभा क्षेत्र के हर घर तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में सबसे पहला ट्यूबवेल भलूं में ही लगवाया गया था। आज क्षेत्र में ट्यूबवेल और सड़कों का जाल बिछा हुआ है । सिद्धाता नहर और ट्यूबवेल से खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि इलाके की तरक़्क़ी तभी होगी जब सोच बढ़ी होगी।
उन्होंने कहा कि ज्वाली नगर पंचायत को नगर परिषद तथा कोटला व नगरोटा सूरियां को नगर पंचायत का दर्जा दिया गया है ताकि विकास की गति को और बढ़ाया जा सके।कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गरीब व वंचित वर्गों के आर्थिक तथा सामाजिक कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा की अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए सुखाश्रय योजना के तहत उनकी पढ़ाई,शादी तथा घर निर्माण का खर्चा सरकार वहन कर रही है। निराश्रित बच्चों को देश के विभिन्न स्थलों का भ्रमण करवाया जा रहा है ताकि बच्चों में आत्मविश्वास की भावना उत्पन्न हो। प्रदेश में कोई भी बच्चा पैसों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक प्रतिशत की दर से 20 लाख तक का ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बुढापा व विधवा पेंशन को 1200 से बढ़ा कर 1500 रुपये किया है।
पात्र महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि के तहत चरणबद्ध तरीके से 1500 रूपये की राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण आर्थिकी को मजबूत करने के लिए खेती के ढांचे को भी बदल रही है। किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्राकृतिक रूप से उगाए गेहूं और मक्की की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। उचित मूल्य की दुकानों में हिमभोग ब्रांड के नाम से आर्गेनिक मक्की का आटा उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गाँव की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए किसानों से दूध भी एमएसपी के तहत खरीदा जा रहा है। पशुपालकों से 300 रुपये क्विंटल के हिसाब से जैविक खाद खरीदी जा रही है। उन्होंने किसानों से परंपरागत खेती के अलावा नगदी फसलों को भी उगाने का आह्वान किया।इससे पहले कृषि मंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।इस अवसर पर कृषि मंत्री ने लोगों की समस्याएं भी सुनी तथा उनके निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
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