अनुसूचित जाति संगठनों ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
डॉ. भीमराव आंबेडकर के खिलाफ गृहमंत्री अमित शाह की ओर से की गई टिप्पणी को लेकर विभिन्न अनुसूचित जाति संगठन उग्र हो गए हैं। मंगलवार को ऊना मुख्यालय पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पद से गृह मंत्री से त्याग पत्र देने की मांग की।
इस दौरान उपायुक्त जतिन लाल के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। एमसी पार्क ऊना से लेकर मिनी सचिवालय परिसर तक रोष रैली निकाल अमित शाह के विरुद्ध नारेबाजी की। इस दौरान अधिवक्ता नरेश कुमार सैंसोवाल, बाबा संतोष दास बिटटू सहित महर्षि वाल्मीकि गुरु रविदास यूथ एकता महासभा, गुरु रविदास महासभा, भीम आर्मी, गुरु रविदास टाइगर फोर्स, हिमाचल प्रदेश डाॅ. आंबेडकर अनुसूचित जाति कल्याण समिति सहित विभिन्न संगठन मौजूद रहे। इसके अलावा महिला शक्ति ने भी इस प्रदर्शन में शामिल होकर गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने माफी न मांगी तो प्रदर्शन अब राज्य और केंद्रीय स्तर तक बढ़ेगा। अधिवक्ता नरेश कुमार ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने भीमराव आंबेडकर के खिलाफ अशोभनीय भाषा का उपयोग किया है। कहा कि आंबेडकर फैशन नहीं बल्कि एक जुनून है। आंबेडकर विचारों और आदर्शों को याद दिलाता है। सामाजिक न्याय और संघर्ष का प्रतीक है।
आंबेडकर शोषित और वंचितों के लिए एकजुटता और शक्ति का प्रतीक है। बाबा संतोष दास बिट्टू ने कहा कि अगर अमित शाह ने माफी न मांगी और इस्तीफा न दिया तो प्रदर्शन प्रदेश स्तर पर होगा। दलित युवा नेता रवि बस्सी ने भी इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर तक लेकर जाने की बात कही। जबकि, भीम आर्मी से जरनैल सिंह, महर्षि वाल्मीकि गुरु रविदास यूथ एकता महासभा के अध्यक्ष अमित कुमार वाल्मीकि ने भी इसे निंदनीय करार दिया। कहा कि पंजाब में भी इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
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