अब 100 बीघा जमीन पर प्लॉट बनाकर बेचेगा हिमुडा
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
शिमला के जाठियादेवी में पूर्व की सरकारों ने यहां टाउनशिप बनाने का फैसला लिया था। टाउनशिप बनाने के लिए सिंगापुर की सरकारी एजेंसी के साथ एमओयू तक हो गया था लेकिन यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। माउंट टाउनशिप बनाने के लिए हिमुडा के पास पैसा नहीं है।
अब वर्तमान सरकार ने कुछ जमीन पर प्लॉट बनाकर बेचने का फैसला लिया है। इस राशि से टाउनशिप बनाया जाना प्रस्तावित है। हालांकि प्रदेश सरकार ने इनक्यूबेशन सिटी प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार को डीपीआर भेजी है। अगर यह प्रोजेक्ट मंजूरी होता है तो इसमें भी हिमाचल को 500 करोड़ रुपये मिलने हैं। अभी तक प्रोजेक्ट को स्वीकृति नहीं मिल पाई है।हिमुडा ने जाठियादेवी में 250 बीघा जमीन खरीदी है। मौके पर सड़क का कार्य चल रहा है। हिमुडा का मानना है कि अगर केंद्र सहयोग नहीं करता है तो इसमें से 100 बीघा जमीन पर प्लॉट बनाकर बेचे जाएंगे। इस राशि से टानउशिप का निर्माण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की स्कीम के मुताबिक आठ शहरों को इनक्यूबेशन सिटी प्रोजेक्ट के तहत पैसा मिलना है।
मैदानी राज्यों में 1000 करोड़ और पहाड़ी राज्यों में 500 करोड़ रुपए की सामान्य लागत इसके लिए रखी गई है। इनक्यूबेशन सिटी प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल के अलावा असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और मणिपुर के शहरों को शामिल किया था।पांचों राज्यों की डीपीआर में से हिमाचल की डीपीआर को केंद्र सरकार ने सराहना की थी। प्रदेश सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है। सरकार इसे सिरे चढ़ाने में लगी है। शिमला शहर की बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर शहर के साथ दूसरा शहर बसाने के लिए सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना है। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण भी किया गया है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीसीपी) मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस मामले को केंद्र से उठाया है। केंद्रीय मंत्री से भी इसको लेकर बैठक हुई है। अगर केंद्र सरकार मदद नहीं करता है सरकार खुद टाउनशिप बनाएगा।
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