प्रताड़ना-चोरी के आरोप में फंसा दूंगी
मंडी,ब्यूरो रिपोर्ट
नगर निगम मंडी के एक वार्ड में बिना नक्शा पास करवाए भवन निर्माण करने की शिकायत की जांच करने पहुंचे कर्मचारी को पार्षद ने धौंस जमाते हुए खूब धमकाया। इस दौरान कर्मचारी को झूठे आरोपों में फंसाने तक की धमकियां दीं।
कर्मचारी ने पार्षद के इस तरह के व्यवहार और धमकी भरे अंदाज की नगर निगम के महापौर और आयुक्त को शिकायत दी है।दरअसल आरती कश्यप नामक एक महिला ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर स्थानीय निवासी व्यक्ति के खिलाफ बिना नक्शा पास करवाए निर्माण करने की शिकायत दर्ज करवाई थी। यह शिकायत कुछ दिनों से लंबित थी। बुधवार को नगर निगम का एक कर्मचारी, कनिष्ठ अभियंता के साथ मिल कर जांच करने के लिए संबंधित वार्ड में पहुंचा।नगर निगम के कर्मचारी जांच कर रहे थे।
इसी बीच बिना नक्शा निर्माण कार्य करने वाले व्यक्ति ने कर्मचारी की पार्षद के पति से फोन पर बात करवाई। कर्मचारी का आरोप है कि पार्षद के पति ने भी धमकी भरे अंदाज में बात की। जांच करने के बाद दोनों कर्मचारी एक निजी अस्पताल में पहुंचे। इस दौरान कर्मचारी के मोबाइल फोन पर पार्षद की काल आई।फोन उठाते ही पार्षद कर्मचारी पर भड़क गई। पार्षद बिना कर्मचारी की बात सुने भड़क गईं और कहा, “आना नहीं मेरे वार्ड में। अभी हैरेसमेंट और चोरी के आरोप में फंसाती हूं।
होता कौन है मेरे वार्ड में आने वाला। बोरियां बिस्तर संभाल कर रख अब। आज के बाद वार्ड में दिखना नहीं चाहिए। लॉ का बड़ा ठेकेदार बनता है ठहर अब। पहले भी मैंने महापौर की वजह से तुझे छोड़ दिया था।”पार्षद की सभी धमकीं भरी बातें कर्मचारी ने अपने फोन में रिकॉर्ड कर ली हैं। उधर, नगर निगम के आयुक्त एचएस राणा से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन शिमला में मीटिंग में मौजूद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। वहीं, मेयर वीरेंद्र भट्ट ने मामले से अनभिज्ञता जताई है।
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