हिमाचल के मैदानी इलाकों में जरबेरा फूलों की हो सकती है खेती
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
ऊना और हमीरपुर जिले के 11 अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल बागवानी विभाग ऊना के उपनिदेशक डॉ. केके भारद्वाज और हमीरपुर के उपनिदेशक डॉ. राजेश्वर के नेतृत्व में तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए बंगलूरू (कर्नाटक) के दौरे पर है।
इस दल ने बुधवार को वहां फ्लोरेंस फ्लोरा कंपनी का दौरा किया और हिमाचल के मैदानी इलाकों में जरबेरा फूलों की खेती की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। फ्लोरेंस फ्लोरा कंपनी जरबेरा पौध तैयार कर हिमाचल सहित अन्य राज्यों के बागवानों को उपलब्ध कराती है। विशेषज्ञों का कहना है कि हिमाचल मैदानी इलाकों में जरबेरा फूलों की खेती की अच्छी संभावनाएं हैं।प्रदेश सरकार बागवानों को फूलों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
साथ ही अधिकारियों को भी अध्ययन विजिट पर भेजा जा रहा है ताकि वे अन्य राज्यों और कंपनियों से नई जानकारी और तकनीकों का अध्ययन कर सकें।वहीं सरकार लोगों को पॉलीहाउस लगाने पर 85 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान कर रही है। जबकि, पॉलीहाउस में फूलों की खेती पर 50 प्रतिशत का अनुदान भी उपलब्ध है। जरबेरा की खेती के लिए एक हजार वर्ग मीटर के पॉलीहाउस में करीब 6000 पौधे लगाए जा सकते हैं। इनसे 9-10 महीने में बागवान 6-8 लाख रुपये तक की आय अर्जित कर सकते हैं।
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