दिनभर जारी रहा हल्की बारिश का दौर, मौसम खुशगवार
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
जिले में करीब तीन माह बाद शुक्रवार को हुई बारिश से लोगों के चेहरे खिल उठे। खासकर गेहूं और आलू जैसी फसलों के लिए बारिश को संजीवनी माना जा रहा है।
शुक्रवार को पूरा दिन रुक-रुककर बारिश होती रही। इसके अलावा बारिश से लोगों को शुष्क ठंड से भी निजात मिलेगी। लंबे समय से बारिश न होने से लोग सूखी ठंड की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे थे। अब लोगों को स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक मौसम से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को दो मिलीलीटर बारिश हुई। जिला ऊना का तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। मौसम विभाग ने शनिवार को भी मौसम खराब रहने की संभावना जताई है।
जानकारी के अनुसार ऊना में करीब तीन माह से बारिश नहीं हुई। इससे 35000 हेक्टेयर जमीन पर उगाई गई गेंहू की फसल को खासा नुकसान हुआ। कई खेतों में तो फसल सही तरीके से उग भी नहीं पाई। कई स्थानों पर सिंचाई न होने व बीमारी की चपेट में आने से फसल पीली पड़ना शुरू हो गई थी। दूसरी ओर आलू की चार माह वाली फसल की बिजाई चल रही है। इस बीच बारिश होने से जमीन में नमी लौटी है। आने वाले दिनों में इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे।किसानों में शिव कुमार, सतीश पाल, अजय सैनी, दिलावर सिंह, अजय स्याल, कुलदीप सैनी ने बताया कि इस समय बारिश की सख्त जरूरत थी।
आखिरकार गेहूं की फसल को संजीवनी मिली है। गेहूं की बिजाई के बाद यह पहली बारिश है। गैर सिंचित इलाकों में फसल बेहद खराब हालत में है। अब बची खुची फसल को तैयार करने की आस जगी है। ऊना में कई जगह फसलों के लिए सिंचाई सुविधा नहीं है। दूसरी ओर बिना बारिश के पड़ रही शुष्क सर्दी ने लोगों को काफी दिन परेशान किया। बच्चों के लेकर बुजुर्ग तक बीमार हो रहे थे। अस्पतालों की ओपीड़ी में काफी इजाफा हो रहा था। विशेषकर सर्दी, खांसी व संक्रमण से जुड़े कई मामले सामने आए। बारिश होने से मौसम में स्वच्छता लौटेगी।
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