एतिहासिक प्राचीन किले का पुरातत्व विभाग निरीक्षण करके इस किले का रखरखाव व सौन्दर्य करण करे
पालमपुर,रिपोर्ट नेहा धीमान
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्ववेता स्थित शिमला को लिखे पत्र में समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने इस विभाग का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कहा है कि पालमपुर विधानसभा सभा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्रांम पंचायत दराटी पटवार वृत मथरेड हदबस्त 42 राजस्व अभिलेख में दर्ज प्राकृतिक के आपार सौन्दर्य से भरपूर सुप्रसिद्ध भयभुंजनी गढ माता मन्दिर के साथ लगते महाराजा संसार चन्द के एतिहासिक प्राचीन किले का पुरातत्व विभाग निरीक्षण करके इस किले का रखरखाव व सौन्दर्य करण करे।
इसी के साथ पूर्व विधायक ने लिखे पत्र में कहा है कि इन्साफ संस्था आपके ध्यानार्थ यह भी लाना चाहती है कि संस्था सालाना पर्यावरण संरक्षण के ऊपर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करती है। इसी कड़ी में संस्था ने इसी सुप्रसिद्ध मन्दिर के साथ नवग्रह वाटिका भी लगाई है । जो कि कुछ समय पूर्व गर्मियों के दिनों में भयंकर आगजनी के कारण झुलस गई थी । उस वक्त इस विषय को तत्कालीन सांसद श्री किशन कपूर जी के ध्यानार्थ लाया गया।संस्था आभारी है कि निवर्तमान सांसद महोदय ने तत्काल त्वरित कार्यवाही अमल में लाकर इस वाटिका के सौन्दर्य करण के लिए धनराशि मंजूर करके वन मण्डल अधिकारी पालमपुर के कार्यालय में भिजवा दी।
अव वन विभाग संस्था के मार्गदर्शन में भविष्य में इस प्रकार के सम्भावित आगजनी के खतरे को देखकर इस नवग्रह वाटिका का सौन्दर्य करण करने जा रहा है। लेकिन इस वाटिका के चोतरफा जो सुरक्षा दिवार लगनी है वहां इस किले के खण्डित पड़े अवशेषो के कारण निर्माण कार्य में अड़चन आएगी।पत्र में पूर्व विधायक ने लिखा है कुल मिलाकर लगता है कि जानकारी के अभाव के कारण शायद पुरातत्व विभाग वर्षों से इस महाराजा संसार चन्द के ध्वस्त पड़े एतिहासिक प्राचीन किले का आज दिन तक निरिक्षण भी नहीं कर पाया है। अतः सादर अनुरोध है कि मोका निरिक्षण करके वन विभाग व संस्था को मार्ग दर्शन भी करें ओर पुरातत्व विभाग भी इस किले के गिरे पड़े अवशेषों का सही ढंग से रखरखाव करके सौन्दर्य करण करने की कृपा करे ।
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