एम्स बिलासपुर में पहुंचीं मशीनें
बिलासपुर,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर में कैंसर के मरीजों को आगामी तीन माह में पैट स्कैन की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी।
एम्स बिलासपुर में पैट स्कैन की मशीन पहुंच गई है। प्रबंधन इसे चलाने के लिए लैब में संस्थान के विशेषज्ञों को तैयार कर रहा है। एम्स प्रबंधन का लक्ष्य है कि बिलासपुर एम्स में आगामी तीन माह के बीच इस सेवा को शुरू कर दिया जाए। एम्स बिलासपुर में फरवरी 2025 के अंत तक पैट स्कैन की सुविधा शुरू करने की तैयारी है। इसके शुरू होने से मरीजों को पीजीआई जाने से राहत मिलेगी।
इससे कैंसर के मरीजों को अतिरिक्त सुविधा मिल जाएगी। अस्पताल प्रबंधन ने सुविधा को शुरू करने के लिए उपकरण खरीद, लैब निर्माण की प्रक्रिया पूरी कर दी है।पैट स्कैन (पोजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी) को इंस्टॉल किया जा रहा है। प्रदेश के लोगों को यह सुविधा देने वाला एम्स पहला स्वास्थ्य संस्थान होगा। यहां पैट स्कैन की सुविधा कम दरों पर मिलेगी। बड़ी बात यह है कि कैंसर के मरीजों को चंडीगढ़ का रुख भी नहीं करना पड़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार प्रारंभिक चरण में एमआरआई की तुलना में पैट स्कैन से अच्छा परिणाम मिलता है।
शरीर के किस अंग और हिस्से में ट्यूमर की गांठ है, जांच में पता चल जाएगा। मेडिकल की भाषा में बात की जाए तो कैंसर का बायोलॉजिकल कारण जांच से पता चल जाता है। इससे चिकित्सकों लिए इलाज करने में आसान होती है।निजी अस्पतालों में एक बा जांच के 10 से 25 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं। पीजीआई चंडीगढ़ में पैट स्कैन 8500 रुपये में किया जाता है। गले और कमर के स्कैन के दाम अलग-अलग हैं। पीजीआई में पैट स्कैन के लिए मरीज को जरूरी इंजेक्शन अलग से लाने पड़ते हैं। एम्स बिलासपुर में सुविधा शुरू होने के बाद लोगों को पीजीआई आने-जाने के खर्च से भी राहत मिलेगी।
0 Comments