ताबो में -12.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
एक हफ्ते के बाद जिला कुल्लू व लाहौल घाटी में मौसम फिर से बदल गया है। पहले से ही दुश्वारियों का सामना कर रहे जिलावासियों की मुश्किलें अभी और सताएंगी। शुक्रवार सुबह से ही रोहतांग, कुंजम दर्रा सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है।
जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर सैलानियों को रोहतांग टनल और जलोड़ी दर्रा की तरफ न जाने की हिदायत दी है। पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद जिला कुल्लू व लाहौल में करीब 15 बस रूट प्रभावित हैं और करीब 15 सड़कें चार दिनों से अवरूद्ध हैं।मौसम विभाग ने 27 और 28 दिसंबर को भारी बारिश-बर्फबारी और भीषण शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के निचले इलाकों में कोहरा पड़ेगा। उधर, बीते दिनों हुई बर्फबारी के चलते दो नेशनल हाईवे समेत 70 सड़कें अभी भी अवरुद्ध हैं।
कुल्लू में एक सप्ताह बाद वीरवार को हवाई उड़ानें शुरू हो गई हैं। मौसम का मिजाज बदलने से पहाड़ी इलाकों में फिर दुश्वारियां बढ़ सकती हैं।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को अधिकांश हिमाचल में भारी बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। 29 और एक जनवरी को भी कुछ इलाकों में बारिश-बर्फबारी होगी। अगले दो दिन शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तापमान में 6-8 डिग्री की गिरावट हो सकती है। निचले क्षेत्रों में घना कोहरा हो सकता है।उधर, वीरवार को पीडब्ल्यूडी ने बर्फ के कारण बंद पड़ीं 87 सड़कों को खोल दिया, लेकिन कुल्लू के दो हाईवे समेत प्रदेश में करीब 70 सड़कें अभी भी बंद हैं।
मनाली-लेह एनएच और सैंज-लूहरी-औट एनएच- 305 अभी बंद हैं। ऐसे में अटल टनल रोहतांग व जलोड़ी दर्रा होकर अभी बसों की आवाजाही के लिए इंतजार करना होगा। भुंतर हवाई अड्डे पर वीरवार को सात दिन बाद जयपुर से उड़ान पहुंची। सुंदरनगर, बिलासपुर व मंडी में कोहरा छाया रहा। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी और चंबा में शीतलहर का असर रहा।उधर, पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते हिमाचल पर्यटकों से गुलजार है। शिमला और मनाली समेत विभिन्न पर्यटन स्थलों पर सैलानियों का मेला लगा है। कुफरी और सोलंगनाला में हजारों सैलानी पहुंच रहे हैं। ऐसे में नए साल से पहले फिर बर्फबारी की संभावना के चलते प्रदेश पर्यटन को पंख लग सकते हैं।
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