नन्हें हाथों से सैल्यूट कर दी विदाई
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
वीर सिपाही परमवीर सिंह की अंतिम यात्रा के दौरान एक ऐसा पल आया, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं। परमवीर सिंह का पांच वर्षीय बेटा अंशवीर मासूमियत से अपनी मां प्रीत से पूछता है- मां, पापा कहां गए। यह सवाल वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर गया।
वीर जवान की पत्नी प्रीत ने खुद को संभालते हुए आंसू भरी आंखों और कांपते हुए स्वर में बेटे को समझाया कि पापा वाहेगुरु जी के पास चले गए हैं। वे हमें ऊपर से देख रहे हैं और हमेशा हमारे साथ रहेंगे। इसके बाद प्रीत ने बेटे को अपने फौजी पिता को आखिरी बार सैल्यूट करने को कहा। अंशवीर ने अपने नन्हे हाथों से पिता को सलामी दी। अंतिम संस्कार के दौरान प्रीत की आंखों में आंसू और चेहरे पर गर्व था। उन्होंने पति के चेहरे को निहारते हुए कहा--मुझे गर्व है आप पर।
आपने देश के लिए जो किया, वह हमारे लिए हमेशा प्रेरणा रहेगा। प्रीत ने जिस धैर्य और साहस के साथ अपने पति को विदाई दी, वह हर किसी के लिए प्रेरणा है। प्रीत ने अपने पति के बलिदान पर गर्व करते हुए कहा कि यह सिर्फ हमारे परिवार का नहीं, बल्कि पूरे देश का गौरव है। परमवीर ने अपने प्राण देश के लिए न्योछावर किए और उनकी याद हमारे दिलों में जिंदा रहेगी।सिपाही परमवीर सिंह का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बीटन (हरोली विधानसभा क्षेत्र) में किया गया।
सेना, प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों सहित सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने उनकी अंतिम यात्रा में सम्मिलित होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उपमुख्यमंत्री एवं हरोली के विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने दिवंगत सिपाही के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि परमवीर सिंह की देश सेवा का जज्बा और उनकी कर्तव्यनिष्ठा हमेशा याद की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा कि परमवीर सिंह का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
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