पांच गिरफ्तारियां कर रही है इस तरफ इशारा
ऊना,ब्यूरो रिपोर्ट
जिला ऊना में चिट्टा के काला कारोबार लगातार पैर पसार रहा है। हाल ही में हुई पांच गिरफ्तारियां इस ओर साफ इशारा कर रही हैं। दो मामलों में चिट्टा के साथ गिरफ्तार तीन आरोपियों से पूछताछ करने के बाद भी पुलिस मुख्य सरगनाओं तक नहीं पहुंच सकी है।
हालांकि ऊना पुलिस का कहना है चिट्टा के साथ पकड़े गए आरोपियों की संपत्ति की भी जांच की जाएगी।बीते मंगलवार यानी पांच नवंबर को पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने मंडी जिले के दो युवकों को 30.24 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद शुक्रवार आठ नवंबर को सीआईडी के नारकोटिक्स विंग ने गगरेट के शिवबाड़ी क्षेत्र में नाका लगा कर होशियारपुर के एक युवक को 50.30 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा था। अंब न्यायालय ने दोनों मामलों में आरोपियों की तीन-तीन दिन की रिमांड पर भेजा था, ताकि पुलिस तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश कर सके और मुख्य सरगनाओं तक पहुंच सके।
रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपियों को उनके संभावित ठिकानों पर ले जाकर कई जगह छापेमारी की, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि पुलिस असली तस्करों तक क्यों नहीं पहुंच सकी है। अब दोनों मामलों के आरोपियों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इनका ट्रायल 18 और 19 नवंबर को सेशन कोर्ट ऊना में होगा। उधर, एएसपी ऊना सुरिंद्र शर्मा ने कहा कि पुलिस की जांच जारी है और तस्करों द्वारा नशा बेचकर अर्जित की गई संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है।
हरोली क्षेत्र के भदसाली गांव में शनिवार रात को 40.91 ग्राम चिट्टा के साथ गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को अदालत ने तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया है। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ करेगी। बता दें कि शनिवार को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्वाई करते हुए भदसाली गांव में पुलिस ने पिकअप वाहन में सवार रिक्की कुमार (24) और सागर पुरी (32) को 40.91 ग्राम चिट्टा के साथ गिरफ्तार किया था। यह होशियारपुर से ऊना की ओर एक पिकअप वाहन में चिट्टा लेकर आ रहे हैं। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और इस मामले में आरोपियों से जुड़े बड़े रैकेट का खुलासा करने का प्रयास किया जा रहा है।
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