डल झील को पहले की तरह दिखने के लिए खर्च होंगे तीन करोड़
काँगड़ा,ब्यूरो रिपोर्ट
मैक्लोडगंज की पवित्र डलझील में हो रहे रिसाव को लेकर पहुंचे लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगावाद ने मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार और एसडीएम धर्मशाला संजीव भोट भी उपस्थित रहे।
बैठक में लेक मैन ऑफ इंडिया आनंद मल्लिगावाद ने कहा कि इस डलझील का रिसाव रोकने और सौंदर्यीकरण के लिए करीब दो से तीन करोड़ का खर्च होंगे। अगर इस दौरान कोई फंड की जरूरत पड़ती है तो इसे भी इकट्ठा किया जा सकता है। उन्होंने प्रशासन को आश्वस्त किया कि यह झील अगले साल राधाष्टमी के शाही स्नान तक पूरी तरह से पहले की तरह नजर आएगी। वहीं, इसके प्राकृतिक तरीके से इसका जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसको ऐसा बनाया जाएगा कि यहां पर दिन और रात के समय भी श्रद्धालु आ सकें। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त और एसडीएम ने डलझील के रिसाव की समस्या को हल करने के लिए होने वाली धनराशि के खर्च पर चर्चा की।
इसके बाद उन्होंने कहा कि इस पर खर्च होने वाले फंड की डीपीआर तैयार कर फंड उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा।बैठक के बाद आनंद मल्लिगावाद ने कहा कि झील का 70 फीसदी हिस्सा पूरी तरह से सुरक्षित है जबकि 30 प्रतिशत हिस्से में समस्या है। इसमें मिट्टी न होने से रिसाव की समस्या आ रही है। इसे मिट्टी की परत से ठीक किया जाएगा। वहीं, इसके चारों ओर सौंदर्यीकरण करने के लिए भी पर्यावरण संरक्षण में प्रयोग की जाने वाली चीजों का उपयोग किया जाएगा।
इसमें मिट्टी, पानी और पेड़-पौधे ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो जून-जुलाई तक कार्य पूरा हो सकता है। वहीं बरसात के बाद देखा जाएगा कि इसमें रिसाव हो रहा है या नहीं। इसके बाद सितंबर में होने वाले राधाष्टमी को शाही स्नान भी वह यहां पर कर सकेंगे। एसडीएम धर्मशाला ने कहा कि लेक मैन से बैठक में सभी तथ्य पर जानकारी ली है। उन्होंने रिसाव की समस्या के हल के लिए करीब दो से तीन करोड़ का खर्च बताया है। अब इसके लिए डीपीआर तैयार करने और इसके फंड उपलब्ध होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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