विकास पा रहा मंजिल...बुजुर्ग-मरीज और विद्यार्थी ढूंढ रहे रास्ता
काँगड़ा,ब्यूरो रिपोर्ट
मटौर से शिमला के लिए बन रहे फोरलेन ने तकीपुर और आसपास के गांवों के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लोगों को फोरलेन को क्रॉस करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
खासकर बुजुर्ग, मरीज और विद्यार्थियों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत तकीपुर में राजकीय महाविद्यालय, आयुर्वेदिक और एलोपैथिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। यहां पर दिन भर लोगों की आवाजाही रहती है। कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी करीब एक दर्जन विभिन्न ग्राम पंचायतों से बस में सवार होकर यहां पहुंचते हैं।
बस से उतरने के बाद जान जोखिम में डालकर फोरलेन क्रॉस कर काॅलेज पहुंच रहे हैं।खास बात यह है कि फोरलेन से गुजरने वाले वाहनों की गति 100 से 120 के बीच रहती है। ऐसे में लोगों को हर वक्त हादसों का डर सता रहा है। खासकर बुजुर्ग और बीमार लोगों को क्रॉसिंग में सबसे अधिक दिक्कतें आ रही हैं।
ग्राम पंचायत तकीपुर के प्रधान सुरेश कुमार, एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष अक्षित धीमान, सुरेंद्र, विकास, सीमा देवी, सपना, सुनीता और सुजाता ने सरकार, प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से मांग की है कि जल्द यहां पर फुट ओवरब्रिज या अंडरपास बनाया जाए, ताकि लोगों को फोरलेन क्रॉसिंग में आसानी हो।उधर, इस बारे में फोरलेन के परियोजना निदेशक विक्रमजीत सिंह मीणा ने कहा कि मामला ध्यान में है। इस बारे में जल्द उचित कदम उठाए जाएंगे।
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