पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार का है यह कहना
पालमपुर,ब्यूरो रिपोर्ट
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार का कहना है कि वो जमाना भी था जव इस मन्दिर का सरकारी करण नहीं हुआ था ओर यह मन्दिर कमेटी के सहारे चलता था ।
पालमपुर( घुग्गर ) के ठाकुर दास घोघरा विन्द्रावन से एडवोकेट राजेन्द्र अवस्थी जैसे सख्त मिजाज के कमेटी प्रतिनिधियों की क्या जबरदस्त भूमिका एवं पकड़ होती थी । सनातन पद्धति की गरिमा मर्यादा का किस गहराई के साथ पालन होता था । मन्दिर के गर्भगृह में सिवाय पुजारी व नवरात्रों में यजमान रूपी कमेटी प्रतिनिधि को ही पूजन का अधिकार होता था ।
चाहे जितना बड़ा नेता या अधिकारी क्यों न हो मन्दिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकता था । पूर्व विधायक ने कहा जव से इस मन्दिर का सरकारी करण हुआ है। नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ती देखी जा सकती है। उदाहरण के तोर पर नवरात्रों में अष्टमी के दिन जव रात्रि को निषिद्ध पूजन होता इन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती देखी जा सकती है।
कुल मिलाकर पूर्व विधायक ने सरकार ओर खासकर उप मुख्यमन्त्री श्री मुकेश अग्नि होत्री जी जिनके पास यह विभाग है का ध्यान इस ओर आकर्षित करते कहा है कि भले सरकारी धन के आगे इस मन्दिर के पुराने स्वरुप का अस्तित्व लगभग मिटा दिया गया लेकिन इस मन्दिर के नींव के पत्थरों में पालमपुर का भी योगदान रहा है तो फिर इस मन्दिर के ट्रस्ट के गठन में पालमपुर की अनदेखी क्यों ?
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