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कृषि विवि ने धेला नी कीता ब्यान अपमानजनक

                                 किसानों-शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों व शोधार्थी छात्रों को बता दिया जीरो

पंचरुखी,रिपोर्ट बलजीत शर्मा 

हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश शर्मा ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के सलाहकार गोकुल बुटेल की कृषि विश्वविद्यालय पर टिप्पणी धेला नी किता पर कड़ा आक्रोश जताया है। 

उन्होंने कहा कि आईटी सलाहकार ने अपमानजक ब्यान देकर हिमाचल के किसानों, शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधार्थियों, विद्यार्थियों, पूर्व छात्रों, गैर-शिक्षक कर्मचारियों व पालमपुर का अपमान है। शिक्षा के मंदिर के प्रति ऐसी घटिया स्तर की ब्यानबाजी सत्ताधारी कांग्रेस की सोच को दर्शा रही है। उन्होंने कहा कि जिस संस्थान से पालमपुर का नाम देश विदेश में ऊँचा हुआ है, उसकी उपलब्धियों को न जानना बताता है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में विदेश से पढ़े हिमाचल विरोधी मित्रों का जमाबड़ा है। इसी विश्विद्यालय से हजारों युवा शिक्षा प्राप्त कर देश-विदेशों में रोजगार और स्वरोजगार में जुटे हैं। 

पालमपुर के हर घर से कोई न कोई सदस्य विश्विद्यालय से परोक्ष या प्रत्यक्ष तौर पर जुड़ा है। कृषि विश्वविद्यालय का जिक्र जब भी आता है, तो आंखों के सामने कितने ही युवा उद्यमियों और किसानों के चेहरे सामने आते हैं। कितने ही अधिकारी और वैज्ञानिक दिखते हैं। मगर जिन्हें धेला ही नहीं दिखे, तो उन्हें अपनी आंखों का निरीक्षण जरूर कराना चाहिए। मुख्यमंत्री के सलाहकार बताएं कि पालमपुर के व्यापार को नष्ट करने के लिए पहले उन्होंने अंबानी के रिलायंस स्टोर को बतौर सलाहकार ऊंची बिल्डिंग लाखों के किराए पर दे कर सामान्य व्यापारी को चोट पहुंचाई। अब कृषि विश्वविद्यालय के ऊपर धेला नी किया का आरोप जड़ दिया। कृषि विश्वविद्यालय के कारण ही पालमपुर का व्यापार चमका है। राकेश शर्मा ने कहा कि गोकुल बुटेल के अम्बानी के साथ डील उस बिल्डिंग के नक्शे के जल्द बाजी से पास करने और फायर ब्रिगेड कार्यालय को व्यवधान होने की जांच होनी चाहिए। जब से कांग्रेस सत्ता में आयी है, पालमपुर के साथ धोखा ही धोखा हो रहा है। 

भाजपा पालमपुर में कार्यालय खुलवा कर व्यापार बढाती है, और कांग्रेस उन संस्थाओं पर धेला नी किता के आरोप लगा कर उन्हें बन्द करने का षड्यंत्र रचती है।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गोकुल बुटेल के ब्यान की टूरिज्म विलेज को दी जाने वाली भूमि वाह टी एस्टेट के पास है, तथ्यात्मक तौर पर गलत है, अगर यह चाय बागान है, तो क्या इसका लैंड यूज बदला जा सकता है। कहीं ऐसा तो नही के गोकुल बुटेल को दुख यह है कि विश्वविद्यालय के चाय बागान की लीज बंदला टी एस्टेट के पास क्यों नहीं है। उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा है कि गोकुल बुटेल बताए कि राहुल गांधी के चार्टेड अकाउंटेंट के साथ उनकी क्या साझेदारी है, और टूरिज्म विलेज में किस किस की भागीदारी है? कौन है दुबई का व्यापारी जिसकी शर्तों पर पालमपुर को बेचने का षड्यंत्र चल रहा है, और उसी कड़ी में यह ब्यान धेला नी किता दिया गया है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इसे बेतुके ब्यान के खिलाफ व शिक्षाविदों-वैज्ञानिकों, किसानों व शोधार्थी छात्रों के साथ खड़े हैं, और जल्द उक्त लोगों से सार्वजनिक माफी न मांगनें पर सड़कों पर उतरकर उनके खिलाफ जोरदार-धरना प्रदर्शन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।




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