राजस्थान और झारखंड के आरोपी भी सामने आए
काँगड़ा,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचलियों को ऑनलाइन ठगी का शिकार दक्षिण भारत के राज्याें के शातिर बना रहे हैं। ज्यादातर मामलों में शातिर इन्हीं राज्यों के हैं। साथ ही कुछ मामलों में राजस्थान और झारखंड के आरोपी भी सामने आए हैं।
आए दिन शातिर हिमाचलियों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं। प्रदेश के भी पढ़े-लिखे लोग इनके झांसे में आकर ऋण और सगे-संबंधियों से उधार पर पैसा लेकर इनके हाथाें लुटा रहे हैं। इस वर्ष जनवरी से 9 सितंबर तक ऊना, कांगड़ा और चंबा जिलों में 23 मामलों में 4,84,75,415 रुपये की ठगी हो चुकी है।
इसमें से रिकवरी की प्रक्रिया जारी है।साइबर क्राइम पुलिस थाना धर्मशाला के अंतर्गत आने वाले तीनों जिलों से प्रतिदिन दर्जनों शिकायतें ऑनलाइन फ्रॉड की आ रही हैं। जांच में सामने आया है कि हिमाचलियों को ठगने वाले ज्यादातर शातिर प. बंगाल और चेन्नई के हैं। इसके अलावा राजस्थान और झारखंड के शातिर भी ऑनलाइन ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट के नाम पर फ्राॅड किया है। शातिर पहले सोशल मीडिया पर जान पहचान बढ़ाने के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ते हैं।
इसके बाद टेलीग्राम में एड करते हैं। इसमें व्यक्ति को कम समय में घर बैठे ही लाखों रुपये कमाई करने का झांसा देते हैं। इसमें एक एप पर व्यक्ति की कमाई तो दिखाई जाती है लेकिन पैसे निकालने के दौरान कई बहाने लगाते हैं। 20 लाख रुपये से अधिक की ठगी पर साइबर पुलिस थाना धर्मशाला में दर्ज की जाती हैं। इससे कम की राशि के मामले संबंधित पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाले साइबर सेल में दर्ज होते हैं। मामला दर्ज होने के बाद साइबर क्राइम पुलिस थाना की टीम की ओर से जांच की जाती है।
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