रानीताल के पास फोरलेन के मलबे में दब गया रेल ट्रैक
काँगड़ा,ब्यूरो रिपोर्ट
पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर अगस्त 2022 में चक्की खड्ड रेल पुल ध्वस्त होने के बाद कांगड़ा जिला की लाइफ लाइन नैरो गेज रेल सेवा चरमरा गई हैं।
वहीं, अब ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन के पास 10 अगस्त को भारी वर्षा से फोरलेन के धंसने से उसका मलबा रेल ट्रैक पर गिर गया और करीब 100 मीटर रेल ट्रैक पूरी तरह मलबे में दब गया है। तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी ट्रैक से मलबा हटाने का कार्य रेलवे बोर्ड ने शुरू नहीं किया है।बताया जा रहा है कि बरसात के बाद ही मलबा हटाने का कार्य शुरू हो पाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल बरसात में कोपडलाहड़ के पास भूस्खलन से 300 मीटर रेल ट्रैक हवा में लटक गया था और इस ट्रैक को मरम्मत करने में ही विभाग ने दस महीने लगा दिए और 11 मई को नूरपुर रोड से बैजनाथ तक दो रेलगाड़ियां आवाजाही के लिए बहाल हुई थीं। लेकिन बरसात शुरू होते ही 6 जुलाई को फिर सुरक्षा की दृष्टि से रेलगाड़ियां बंद कर दी गईं।
नगरोटा सूरियां के अश्विनी गुलेरिया, राजेश नंदपुरी, विजय कुमार, रमेल गुलेरिया, ध्यान सिंह आदि ग्रामीणों ने कांगड़ा-चंबा लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज से मांग की है कि रेलवे ट्रैक की मरम्मत शीघ्र शुरू करवा कर रेलगाड़ियां बहाल करवाई जाएं।कांगड़ा चंबा लोकसभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि रेलमंत्री से मिलकर रेलगाड़ियों की बहाली शीघ्र करवाई जाएगी और रेलमार्ग पर बन रहे क्षतिग्रस्त चक्की खड्ड पुल के निमार्ण की स्थिति का भी पता किया जाएगा। पठानकोट-जोगिन्द्रनगर रेलमार्ग का मुद्दा उन्होंने लोकसभा के बजट सत्र में भी उठाया है।
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