किस कारण बड़ोग टनल में इंजन हांफ गया
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर बड़ोग टनल में इंजन हांफ जाने से शिवालिक ट्रेन करीब पौने दो घंटे तक फंसी रही। ट्रेन कालका से शिमला जा रही थी। अचानक बड़ोग टनल में इंजन हांफ गया।
इस कारण पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। चालक ने अपने स्तर पर इंजन को ठीक करने का काफी प्रयास किया, लेकिन ठीक नहीं हो पाया। इसके बाद कालका से दूसरा इंजन मंगवाया, जिसे बड़ोग पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। टनल में पहुंचने पर उसे बोगी के साथ फिट किया और ट्रेन को बड़ोग रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया। उसके बाद पर्यटकों ने राहत की सांस ली।बताया जा रहा है कि जैसे ही ट्रेन टनल के अंदर पहुंची तो इंजन में दिक्कत आने लगी।
ऐसे में तीन बोगियां टनल के अंदर और अन्य टनल के बाहर थीं। वहीं, लोग बारिश में ट्रेन से भी न उतर पाए। इंजन खराब होने की जानकारी बड़ोग स्टेशन को मिलने के बाद अन्य दो ट्रेनों को कुमारहट्टी और धर्मपुर रेलवे स्टेशन पर रोका गया। ऐसे में ट्रेनें डेढ़ से तीन घंटे तक देरी से रवाना हुईं।शिवालिक ट्रेन वीरवार को कालका से सुबह 5:45 बजे शिमला के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन का 7:44 बजे बड़ोग रेलवे स्टेशन पहुंचने का समय है। लेकिन ट्रेन 1.48 घंटे देरी यानी 9:32 बजे बड़ाेग रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके बाद नया इंजन जोड़ने के बाद ट्रेन को तीन घंटे बाद शिमला के लिए रवाना किया।
इसके बाद आने वाली कालका-शिमला एक्सप्रेस ट्रेन 3.15 घंटे देरी से शिमला की ओर कुमारहट्टी से रवाना हुई। जबकि एक अन्य ट्रेन को धर्मपुर से 1.08 घंटे देरी से शिमला की ओर रवाना किया। उधर, रेलवे अधिकारी ने बताया कि ट्रेन इंजन हांफ जाने के बाद ट्रेनें देरी से शिमला की ओर रवाना हुईं।कालका-शिमला रेल लाइन पर बड़ोग टनल सबसे लंबी है। यह टनल 1143 मीटर लंबी है। यह टनल सीधी है और ट्रेन को इसे पार करने में करीब तीन मिनट लगते हैं। लेकिन वीरवार को इस टनल में इंजन हांफ जाने से पर्यटकों को परेशान होना पड़ा।
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