112 हैक्टेयर भूमि टूरिजम विलेज के नाम पर हस्तांतरण के तर्क
पालमपुर,ब्यूरो रिपोर्ट
हमने बखूबी लिखा था जागो पालमपुर वासियो जागो पालमपुर विक रहा है । परिणामस्वरूप जिनके जागने के कारण चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हैक्टेयर भूमि टूरिजम विलेज के नाम पर हस्तांतरण के तर्क को गम्भीरता से लेते हुए जो न्यायालय ने इस मामले पर स्थगन आदेश दिये ।
इस प्रथम द्रष्टा एवं पहली जीत के लिए उनको व पालमपुर वासियों को बहुत बहुत बधाई । यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि जैसे ही दिसम्बर 2023 में हमें भनक लगी थी कि सरकार पालमपुर के कृषि विश्वविद्यालय की 112 हैक्टेयर जमीन टूरिजम विलेज के नाम पर हस्तांतरण करने जा रही है।
तो सबसे पहले पालमपुर की समाज सेवा में समर्पित छ: स्वयंसेवी संस्थाओं सर्वश्री इन्साफ , वाइस आफ पीपुल्स , भारतीय जन सेवा संस्था , हिम जन कल्याण , ओम मंगलम व ओम नमो भगवते वासुदेवाय के प्रतिनिधियों ने आपस में चर्चा करके 02 जनवरी 2024 को कृषि विश्वविद्यालय के उपकुलपति महोदय से मिलकर आग्रह किया था कि इस सन्दर्भ में विश्वविद्यालय किसी भी सूरत में अनापति प्रमाण पत्र जारी न करे । बावजूद इसके पता नहीं किस दबाव के चलते वी ओ डी को विशवास में लिए विना केयर टेकर बाइस चांसलर महोदय ने कैसे एन ओ सी जारी कर दिया ।
अव इस तरह की अपनाई गई प्रक्रिया को लेकर स्वयं कृषि मन्त्री , सात सात निवर्तमान उप कुलपतियों व वी ओ डी के सदस्यों ने कई प्रश्न खड़े किये है। इसी विषय को लेकर कृषि विश्वविद्यालय का शिक्षक , गैर शिक्षक वर्ग , राजनैतिक दल व जनता सडको पर है । इस तरह टूरिजम विलेज के विरोध में जनता के नारों चीखों व पुकारों की प्रवाह न करते हुए सरकार ने तानाशाही फरमान जारी कर इतने बड़े भू रकबे को धडल्ले से पर्यटन विभाग के नाम राजस्व अभिलेख में दर्ज कर दिया । अव कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षक वर्ग द्वारा दायर जनहित याचिका के आधार पर जो मान्य उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश जारी किये है। पूर्व विधायक ने कहा इस पर कृषि विश्वविद्यालय के सभी शुभ चिन्तकों एवं आन्दोलनकर्ताओं ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
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