इन कैमरों की मदद से यातायात नियमों की अवहेलना करने वालो पर कसा जा रहा शिकंजा
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
प्रदेश में तेज रफ्तार से वाहन चलाने वाले चालकों पर शिकंजा कसने में आईटीएमएस कैमरे कारगर साबित हो रहे हैं।
इस साल अभी तक इन कैमरों की मदद से यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों से करीब 4 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है। प्रदेशभर में 66 इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) कैमरे स्थापित किए गए हैं। इन कैमरों को प्रदेश के नेशनल हाईवे, फोरलेन और स्टेट हाईवे पर स्थापित किया गया है। इसका मकसद हाईवे पर तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसना है।प्रदेश में होने वाले सड़क हादसों की छानबीन में सामने आया है कि चालक की लापरवाही के कारण ज्यादातर हादसे होते हैं।
इसमें तेज रफ्तार हादसे का मुख्य होता है। आईटीएमएस कैमरे ऐसे वाहनों की रफ्तार को डिटेक्ट करते हैं और उनके खिलाफ चालान जारी किए जाते हैं। यह कैमरे इसके अलावा सीट बेल्ट नहीं पहनने वाले चालकों पर भी कार्रवाई करने में सहायक साबित हो रहे हैं। एएसपी टीटीआर नरवीर ठाकुर ने बताया कि सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है। आईटीएमएस कैमरों की मदद से नियमों की अवहेलना करने वाले चालकों से करीब चार करोड़ रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और हादसों को कम करने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है।प्रदेशभर में हादसों को रोकने के लिए जिला स्तर पर पुलिस की टीमें लगातार कार्यरत हैं।
प्रदेशभर में यातायात की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके लिए हर जिले में डेडिकेटिड टीमें तैनात की गई हैं, जो जिलों में स्थापित कंट्रोल रूम से काम करती हैं। यहां टीमें आईटीएमएस के माध्यम से यातायात नियमों की अवहेलना करते हुए पाए गए चालकों के खिलाफ चालान जारी कर रही हैं। जिला पुलिस का मकसद है कि प्रदेश में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा मिले और सड़क हादसों पर अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए पुलिस को पेट्रोलिंग के लिए आधुनिक वाहन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। इनसे भी वाहनों की तेज रफ्तार और नियमों की अवहेलना करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
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