राज्य में 115 सड़कें व 149 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं गुरुवार रात को प्रदेश के कई भागों में बादल जमकर बरसे। जोगिंद्रनगर में 160.0, धर्मशाला 112.4, कटौला 112.3, भराड़ी 98.4, कंडाघाट 80.0, पालमपुर 78.2, पंडोह 76.0, बैजनाथ 75.0, कुफरी 70.8, शिमला 60.5, सुंदरनगर 34.8, कांगड़ा 30.4, बिलासपुर 25.0, हमीरपुर 31.5, जुब्बड़हट्टी 25.0 व सराहन में 26.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कई भागों में 9 व 10 अगस्त के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।11 से 15 अगस्त के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार सुबह 10:00 बजे तक राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से 115 सड़कें यातायात के लिए बाधित थीं। इसके अतिरिक्त 149 बिजली ट्रांसफार्मर व 47 जल आपूर्ति स्कीमें बाधित हैं। वहीं, शिमला में वन विभाग मुख्यालय के पास भूस्खलन हुआ है। इससे देवदार का एक पेड़ भी गिर गया। पंथाघाटी पेट्रोल पंप के पास भी सड़क पर पेड़ गिर गया। इससे बिजली की तारें भी टूट गईं। सैंज घाटी में पागलनाला और त्रेहड़ा के बीच शुक्रवार की सुबह 33 केवी लाइन पर पेड़ गिर गया। इसके कारण घाटी की 15 ग्राम पंचायतों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। सुबह करीब 8:00 बजे की इस घटना से सैंज-लारजी सड़क भी अवरूद्ध हो गई।
इसके चलते सब्जी और फलों से भरे वाहन भी समय पर सब्जी मंडियों में नहीं पहुंच पाए।चंडीगढ़-मनाली एनएच गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक करीब 13 घंटे ठप रहा। हाईवे पर रातभर गाड़ियां फंसी रहीं। कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार सुबह हाईवे को एकतरफा यातायात के लिए बहाल किया जा सका है। पंडोह व औट के बीच खोतीनाला के पास भारी मशीनरी को लेकर जा रहा बड़ा ट्राला अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पटल गया था। इस कारण हाईवे बड़े वाहनों के लिए बंद हो गया। बड़े वाहन रातभर यहीं पर फंस रहे। वहीं गुरुवार रात 11:00 बजे मंडी से पंडोह के बीच नौ मील के पास पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बंद हो गया। शुक्रवार सुबह यहां यातायात एकतरफा बहाल किया गया।
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