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2047 तक सभी के लिए बीमा आईआरडीएआई का लक्ष्य - सुनील डोगरा

           वितीय सलाहकार सुनील डोगरा ने बताया देश में सभी नागरिकों के पास ‘बीमा सुरक्षा’ हो

शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट 

भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण ( आई आर डी ए आई) ने 2047 तक देश के सभी नागरिकों को बीमा सुरक्षा उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के साथ दो दिवसीय मीटिंग का आयोजन किया। 

वितीय सलाहकार सुनील डोगरा ने बताया देश में सभी नागरिकों के पास ‘बीमा सुरक्षा’ हो, इसके लिए आईआरडीएआई ने इंश्योरेंस कंपनियों से बीमा प्रोडक्ट्स को और अधिक  किफायती बनाने को कहा है यानी आने वाले समय में इंश्योरेंस पॉलिसी और वाजिब दाम पर मिलने की संभावना है. इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 2047 तक देश के सभी नागरिकों को बीमा सुरक्षा उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों से किफायती इंश्योरेंस पॉलिसी लाने पर चर्चा की। सुनील डोगरा ने बताया दरअसल हेल्थ इंश्योरेंस जैसे प्रोडक्ट्स के प्रीमियम ज्यादा होने की वजह से कई वरिष्ठ नागरिक इन बीमा प्रोडक्ट्स का फायदा नहीं ले पाते हैं. इंश्योरेंस काउंसिल ने ‘बीमा सभी के लिए’ के मकसद से मुंबई में 23-24 अगस्त को एक मीटिंग का आयोजन किया जिसमें पॉलिसी धारक की सेवा के वितरण में सुधार लाने के दिए ग्राहक- केंद्रित दृदिकोण अपनाने, दावों के निपटान में सीघारता लाने तथा शिकायतों का  त्वरित  गति से समाधान करने पर बल दिया गया।मध्यमों (एजेंसी नेटवर्क) की कुशलता में वृद्धि  करना चर्चा का एक और मेहत्त्वपुरण विषय था। 

इस बैठक में इंश्योरेंस कंपनियों से अलग-अलग प्रोडक्ट्स लॉन्च करने, बढ़ते कॉम्पिटीशन के बीच इंश्योरेंस प्रीमियम कम करने और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स को बढ़ाने का सुझाव दिया गया, ताकि बीमा उत्पादों की पहुंच और बढ़े, खासकर दूरदराज के इलाकों में l मीटिंग में कंपनियों ने सुझाव दिया कि इंश्योरटेक के इस्तेमाल से ऑपरेशन को और बेहतर किया जा सकता है. क्योंकि, इसकी मदद से एडमिनिस्ट्रेटिव कॉस्ट कम होगी और कामकाज में मजबूती आएगी। ऐसे में यहां इंश्योरेंस कंपनी को होने वाली बचत को कम प्रीमियम के तौर पर ग्राहकों को दी जा सकती है। 

सुनील डोगरा ने बताया  आईआरडीएआई पहले ही इंश्योरेंस इंडस्ट्री को 1 अक्तुबर 2024 से काफी बदलाबों की घोसना कर चुका जिसके तहत ग्राहक अब अपनी जीवन बीमा पॉलिसी को एक साल के बाद भी बंद करवा सकता है, इसलिए बीमा कंपनियां सितंबर के अंत तक अपनी पुरानी पॉलिसी बंद करके नये इंश्योरेंस प्लान लौंच कर रही हैं।इसके अलावा, बीमा कंपनियों को अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूट करने की अनुमति देना जैसा मुद्दा भी शामिल है।  सुनील डोगरा ने बताया की।आईआरडीएआई और इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से समय समय पर उपलब्ध सही जानकारियां लोगों तक पहुँचाना सभी अभिकर्ताओं का काम है।




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