दुबई, कतर मलेशिया में भारी मांग
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
देश में हर साल आलू की प्रोसेसिंग में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है। देश में प्रोसेसिंग से तैयार आलू उत्पादों की दुबई, कतर और मलेशिया में भारी मांग है। किसान कुफरी चिपसोना-1, कुफरी चिपसोना-2 और कुफरी फ्राईसोना किस्मों से आय बढ़ा सकते हैं।
मंगलवार को केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान (सीपीआरआई) में संस्थान के निदेशक ब्रजेश सिंह ने यह जानकारी दी। पंजाब और गुजरात के पोटेटो कांट्रेक्ट फार्मिंग से जुड़े किसानों और आलू की प्रोसेसिंग से उत्पाद तैयार करने वाली देश की अग्रणी कंपनी मैकेन फूड इंडिया के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाया गया। इस मौके पर आलू किसानों ने प्रोसेसिंग के लिए उपयुक्त आलू किस्मों के बीज की उपलब्धता और उत्पादन बढ़ाने की तकनीकों को लेकर जानकारी प्राप्त की।ब्रजेश सिंह ने कहा कि देश में विकसित आलू की 90 फीसदी किस्में सीपीआरआई ने विकसित की हैं।
नई किस्म विकसित करने में 10 से 12 साल लगते हैं। आलू उत्पादन में आज भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। आलू की रोग मुक्त और पौष्टिक किस्में विकसित करना सीपीआरआई की उपलब्धि है। देश में आलू का उत्पादन 15 सालों में दोगुना हो गया है। सीपीआरआई के सामाजिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डाॅ. आलोक कुमार, डॉ. पिंग व्यांग, डॉ. शैलेश सूद, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. अश्वनी शर्मा और डॉ. विनोद कुमार ने अलग-अलग सत्रों में प्रशिक्षण दिया। बुधवार को प्रतिभागी सीपीआरआई के कुफरी और फागू फार्म का दौरा करेंगे।
0 Comments