बरसात में दो माह बंद रहेगी राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग
कुल्लू,ब्यूरो रिपोर्ट
बरसात के दौरान जिले में दो माह तक रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग पर रोक लग जाएगी। 15 जुलाई से लेकर 15 सितंबर तक जिले में साहसिक गतिविधियां बंद रहेंगी। इस बीच सैलानी न तो ब्यास की जलधारा में रिवर राफ्टिंग करने उतर सकेंगे और न ही मानव परिंदे पैराग्लाइडिंग साइटों से उड़ान भर सकेंगे।
कुल्लू और मनाली में बरसात शुरू होने के बाद पर्यटकों की संख्या आधे से कम रह गई है लेकिन बरसात के बीच कुल्लू पहुंचने वाले पर्यटकों को साहसिक गतिविधियों का लुत्फ उठाने के लिए 15 सितंबर तक का इंतजार करना होगा।15 जुलाई से 15 सितंबर तक साहसिक गतिविधियां बंद रखने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से 14 जुलाई को अधिसूचना जारी की जाएगी। वहीं, साहसिक गतिविधियां बंद होने से राफ्टिंग प्वाइंट बबेली, पिरड़ी, शाढ़ाबाई आदि में भी सन्नाटा पसर जाएगा। इन दोनों साइटों पर खूब चहल-पहल है।
गौरतलब है कि बरसात के दिनों में ब्यास नदी का पानी काफी अधिक बढ़ जाता है। बारिश के बीच पानी का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है, ऐसे में रिवर राफ्टिंग करना जोखिमभरा साबित हो सकता है। इसलिए बरसात के दौरान दो माह साहसिक गतिविधियों पर पाबंदी रहती है। वहीं, दूसरी ओर पैराग्लाइडिंग और रिवर राफ्टिंग से कुल्लू जिला के 5000 से अधिक युवा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं। इनमें से अधिकतर युवा दो महीनों तक सेब सीजन में व्यस्त हो जाएंगे। दशहरा शुरू होने से पहले युवा फिर से साहसिक गतिविधियों में लौट जाएंगे।
0 Comments