विशेष गठित वन विभाग टीमों ने अवैध खनन के 51 मामले पकड़े
सिरमौर,ब्यूरो रिपोर्ट
वन विभाग ने अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है। इसमें दो माह के भीतर कार्रवाई में कुल 51 मामले पकड़े गए हैं। इसमें वाहन संचालकों से 9.22 लाख जुर्माना राशि वसूल की गई है। प्रदेश में विभिन्न विभागों को अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के अधिकार दिए गए हैं लेकिन कुछ विभागों की कार्रवाई केवल खाना पूर्ति ही रहती है।बता दें कि हिमाचल प्रदेश का जिला सिरमौर उत्तराखंड, हरियाणा व उत्तरप्रदेश से की सीमा से सटा हुआ है।
पांवटा साहिब में यमुना, बाता समेत बरसाती नदी नालों में अवैध खनन होता रहा है। इसको रोकने के लिए स्थानीय डीएफओ ऐश्वर्य राज ने विशेष टीमें गठित की हैं जो दिन व रात के समय विभिन्न स्थलों पर नाके लगाती हैं।औचक निरीक्षण कर अवैध खनन में लिप्त वाहनों व लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इसी अभियान के तहत विगत अप्रैैल माह मेंं पांवटा साहिब वन विभाग के फील्ड स्टाफ व गठित टीमों की ओर से यमुना और गिरि नदी के किनारे अवैध खनन करते हुए 26 मामले पकड़े हैं जिसमें कुल 4.3 लाख रुपये का जुर्माना राशि वसूल की गई।
जुर्माना जमा होने के बाद ही वाहनों को छोड़ा गया।वहीं, मई के लिए, खनन के खिलाफ छापेमारी करते हुए टीमों ने 25 मामले पकड़े जिसमें भारतीय वन अधिनियम (मुख्य रूप से) और खनन अधिनियम के तहत 4.92 लाख रुपये का जुर्माना राशि वसूल की गई। इसमें सबसे अधिक चालान पांवटा रेंज के कर्मचारियों द्वारा काटे गए, इसके बाद भगानी और माजरा रेंज के कर्मचारियों ने चालान काटे गए।डीएफओ पांवटा साहिब ऐश्वर्य राज ने पुष्टि की है। कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के विगत दो माह के भीतर 51 अवैध खनन के मामले पकड़ कर 9.22 लाख रुपये का जुर्माना राशि वसूली गई है। अवैध खनन के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
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