शहर में बढ़ रहा तारों का जाल, खराब तारें हट नहीं रही
मंडी,ब्यूरो रिपोर्ट
शहर में दूरसंचार कंपनियों, बिजली और केबल टीवी के तारों का जाल बढ़ने लगा है। ऐसे में शहर की सुंदरता को दाग लग रहा है। नगर निगम के सभी वार्डों में बिजली के खंभों पर जगह-जगह केबल टीवी और दूरसंचार कंपनियों की ओर से बेतरतीब ढंग से ताल और बॉक्स बिजली के खंभों पर लटकाए गए हैं। कई बार बिजली के खंभों पर शॉर्ट शर्किट होने से इन तारों में आग लगने से खतरा पैदा हो जाता है।
बिजली के खंभों पर बढ़ते अत्यधिक तारों के बोझ से बोर्ड अधिकारी बेखबर हैं।मंडी शहर में दूरसंचार कंपनियों और केबल टीवी ऑपरेटरों की ओर से जगह-जगह तार लटकाए गए हैं। तारों में खराबी आने पर संबंधित कंपनियां और केबल ऑपरेटर पुराने तारों को बिना बदले नए तार बिछा रहे हैं। इससे तारों का जाल बढ़ रहा हैं, जो उत्पाती बंदरों के लिए सुगम रास्ता बन रहीं हैं। समस्या से निजात पाने के लिए कई बार बुद्धिजीवी लोगों ने संबंधित विभागों और निगम अधिकारियों से भी बात की है, लेकिन कोरे आश्वासनों के चलते समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ।
सर्व सेवा देवता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया कि शहर की गलियों और रास्तों में बिजली, केबल टीवी और टेलीफोन के तारों की ऊंचाई कम होने से शिवरात्रि मेला में आने वाले देवरथों के लिए परेशानी रहती है, लेकिन शिवरात्रि से पूर्व बिजली बोर्ड की ओर से व्यवस्था बनाई जाती है। वरिष्ठ नागरिक अशोक राणा, नव ज्योति कलामंच के प्रधान इंद्रपाल, नागरिक सभा प्रधान ओपी कपूर सहित अन्य लोगों का कहना है कि तारों का अत्यधिक जाल बंदरों के लिए रास्तों का निर्माण कर रहा है। उत्पाती बंदर आसानी से एक से दूसरे घर तक पहुंचकर लोगों को जख्मी कर रहे हैं और घरों के भीतर नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि तारों के जंजाल को व्यवस्थित या भूमिगत किया जाए।
बोर्ड की तरफ से मात्र जियो की तार को ही एलटी पोल पर टांगने की अनुमति दी गई है। हालांकि शहर भर में बोर्ड ने तारों को व्यवस्थित ढंग से टांगा गया है। जिन लोगों या कंपनी ने बिना अनुमति अपने तारों को बिजली पोल पर लटकाया है, उन्हें हटाने के निर्देश देकर सभी से चर्चा कर शहर से तारों के जाल को कम किया जाएगा।वर्ष 2021-22 में नगर निगम में बतौर कार्यकारी अधिकारी रहे अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार ने शहर से तारों के जाल को खत्म करने को लेकर केबल ऑपरेटर, दूरसंचार कंपनियों और बिजली बोर्ड अधिकारियों से बैठक कर समाधान पर चर्चा की थी। इसमें सभी पुराने तारों को निकाल कर इन्हें व्यवस्थित करने और जमीन को छू रहे तारों को ऊंचाई पर ले जाने बारे चर्चा हुई थी। उनका तबादला होने के बाद समस्या का समाधान नहीं हुआ।
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