कूड़े से खाद तो बनी नहीं नरक बन गया जीवन
चम्बा,ब्यूरो रिपोर्ट
नगर परिषद के कूड़ा संयंत्र कुरांह में कचरे के पहाड़ खड़े हो गए हैं। यहां जमा कूड़े का एक साल से निष्पादन नहीं किया गया है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि कूड़ा संयंत्र में जमा हुए कूड़े से खाद तो बनी नहीं, उल्टा उनका जीवन नरक बन गया है।
उन्होंने कहा कि हालात ऐसे बन गए हैं कि खेतों में काम करने के लिए भी मुंह पर कपड़ा बांधकर जाना पड़ता है। उन्हाेंने यहां तक कहा कि गरीबों की कोई नहीं सुनता। मजबूरी है कहां जाएं। इसमें कूड़े के पहाड़ लगे हैं। यहां जमा कूड़े का एक साल से निष्पादन नहीं किया गया है। लोगों ने कहा कि सुबह और शाम के समय कूड़े की दुर्गंध फैल रही है। इससे मैहला और गागला पंचायत के लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।नगर परिषद से कई बार कूड़े को हटाने की मांग की गई, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
लोगों ने कहा कि कूड़े का सही निष्पादन नहीं होने के कारण लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। पिछले एक साल से यहां कूड़े के ढेर लगे हैं। मक्की-मच्छर भिनभिनाते रहते हैं। 12:25 बजे एक ग्रामीण ने कहा कि गंदगी के कारण उनकी गाय की मौत हो गई। यह बताते उनकी आंखों से आंसू छलक आए। कहा कि इसी गाय के दूध से उनका रोजगार चल रहा था। 12:30 बजे गाड़ी संयंत्र में कूड़ा फेंकने पहुंचती है। यह कूड़ा निष्पादित कैसे होगा, इसको लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। कूड़ा निष्पादन करने वाली मशीनें बंद पड़ी हैं।
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