एचपीयू में नई शिक्षा नीति के अनुसार बीसीए, बीबीए, बीटेक और बीएचएम कोर्स होंगे
शिमला, ब्यूरो रिपोर्ट
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और इससे जुड़े कॉलेजों के साथ एचपीयू परिसर में चल रहे स्नातक डिग्री कोर्स का पाठ्यक्रम भी बनाया जा रहा है। नीति की शर्तों को लागू करने के बाद, बीए, बीएससी, बीकॉम और बीटेक डिग्री पाठ्यक्रमों में भी नए सत्र से पढ़ाई शुरू होगी।
फिलहाल, बी-वॉक कोर्स, जो संबंधित संस्थानों में चल रहा है, इस दायरे से बाहर है। इसके अलावा, यूजीसी ने विधि पाठ्यक्रम को नीति को लागू करने के लिए कोई आदेश नहीं दिया है, इसलिए इस प्रोफेशनल पाठ्यक्रम को नीति के दायरे से बाहर रखा गया है।
यूजीसी द्वारा जारी किए गए करिकुलम एवं क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुसार, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने बीसीए, बीबीए, बीटेक और बीएचएम स्नातक डिग्री कोर्स का पाठ्यक्रम तैयार करने का काम लगभग पूरा कर लिया है। विद्यापीठ नीति के इस दस्तावेज के अनुसार तैयारी कर रहा है।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अध्ययन एवं एनईपी लागू करने को बनी कमेटी के अध्यक्ष प्रो. बीके शिवराम ने कहा कि यूजी के बीए, बीएससी और बी कॉम पाठ्यक्रमों के तीन और चार वर्षीय सिलेबस के अलावा, बीसीए, बीबीए और बीटेक पाठ्यक्रमों को एनईपी से जुड़े दिशा-निर्देशों के अनुसार बनाया जा रहा है। कमेटी के अध्यक्ष प्रो. बीके शिवराम ने कहा कि विश्वविद्यालय तत्काल राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी करेगा।
विश्वविद्यालय के सभी विभाग तीस अप्रैल तक पाठ्यक्रम तैयार करेंगे। पाठ्यक्रम को अगले सप्ताह अंतिम रूप देने के लिए अधिष्ठाताओं की बैठक होगी। पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए किसी भी कमी या समस्या को हल किया जाएगा। इसके बाद अंतिम मंजूरी के लिए प्रस्ताव बनाया जाएगा। विवि और इससे संबद्ध कॉलेजों, संस्थानों विधि और मेडिकल कोर्स के अलावा जो भी तीन या चार वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स चल रहे है, उन्हें एनईपी के दायरे में ला कर संचालित किए जाने के आदेश है। इसके लिए विवि कार्य कर रहा है।
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