शक्तिपीठ ज्वालामुखी में आठ हजार लोगों ने शीश नवाया
काँगड़ा , ब्यूरो रिपोर्ट
चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन, बुधवार को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा पुजारी वर्ग ने शक्तिपीठ ज्वालामुखी में विधिवत पूजा की। नवरात्र में ज्वालामुखी में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। श्रद्धालुओं ने बेहतर और पुख्ता इंतजामों के चलते लाइनों में लगकर मांग की दिव्य ज्योतियों को देखा।
सुबह पांच बजे पूजा आरती के बाद गर्भगृह के द्वार खोल दिए गए। ज्वालामुखी मंदिर के अधिकारी एवं तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि पहले नवरात्र पर मंदिर में आठ लाख 23 हजार 650 रुपये की धनराशि अर्पित की गई थी, जो श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ प्रवेश किया और पवित्र ज्योतियों का आशीर्वाद लिया।
दूसरे दिन श्रद्धालुओं की आमद कम हुई। शाम तक माता ज्वाला के दर्शन के लिए लगभग आठ हजार लोग पहुंचे। मंदिर न्यास के सदस्य और पुजारी अविनेंद्र शर्मा ने बताया कि नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। काम में आने वाली चुनौती दूर हैं। तपश्चारिणी, अपर्णा और उमा मां ब्रह्मचारिणी के अन्य नाम हैं। मां ब्रह्मचारिणी को सरल, सौम्य और शांत मानते हैं।
वे तपस्या, त्याग और दृढ़ इच्छाशक्ति के लिए जानी जाती हैं। मां सफेद कपड़े पहनती हैं। देवी की कृपा हर परेशान को दूर करती है। शक्तिपीठ ज्वालामुखी को देखने के लिए हर दिन हजारों लोग आते हैं, और सुविधाजनक व्यवस्थाओं के चलते सभी को आराम से देखा जा सकता है। माता ज्वाला सभी की मनोकामना पूरी करने वाली देवी हैं।
0 Comments