5300 नल सूखे, मेवा-बमसन पेयजल योजना का मुख्य पाइप फिर से फटा
हमीरपुर, ब्यूरो रिपोर्ट
मेवा-बमसन पेयजल योजना की मुख्य पाइपलाइन के बार-बार टूटने से क्षेत्र के 5,300 परिवारों को पेयजल नहीं मिल रहा है। क्षेत्र में शुक्रवार को बाकर खड्ड के निकट मुख्य पाइपलाइन टूट गई। भोरंज क्षेत्र में हजारों लोगों की जलापूर्ति इससे प्रभावित हुई है।
पानी की आपूर्ति केवल नाममात्र से दर्जनों पंचायतों में हो सकी है। पेयजल योजना की मुख्य पाइपलाइन का टूटना पिछले दस दिन से जारी है। पाइपलाइन की मरम्मत नहीं करना इसके फटने का कारण है। भोरंज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को योजना के मुख्य पाइप के बार-बार फटने का नुकसान उठाना पड़ा है।
नलों में पानी न मिलने से लोग जल शक्ति विभाग को घृणा करने लगे हैं। स्थानीय लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि ऊहल में सहायक अभियंता का घेराव किया जाएगा अगर पानी की समस्या हल नहीं होती। जल शक्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी देखभाल करनी होगी।
भोरंज विधानसभा क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने के लिए 2007-08 में मेवा-बमसन उठाऊ (जाखू) पेयजल योजना ब्यास नदी के किनारे बनाई गई है। 15 वर्ष की उम्र से इस योजना की मुख्य लाइन पानी का दबाव नहीं सह पा रही है। हर दूसरे और तीसरे दिन जगह-जगह पाइप फट जाते हैं, जिससे पानी की सप्लाई प्रभावित होती है।
पिछले दस दिनों से यह क्रम जारी है। इससे गर्मी का मौसम बढ़ते ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट पैदा हो गया है। ग्रामीण जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को नलों में पानी न मिलने की शिकायतें मिलने लगी हैं। अब बाकर खड्ड में मुख्य पाइप दो जगह से टूट गया है।
शुक्रवार को क्षेत्र के लगभग 5300 नलों में पानी भी नहीं मिला। यह पाइपलाइन पहले बौडू के पास थी। जल शक्ति विभाग उपमंडल ऊहल के सहायक अभियंता राकेश वात्सायन, जो मेवा-बमसन उठाऊ पेयजल योजना की देखरेख कर रहे हैं, बताते हैं कि मुख्य पाइपलाइन टूट गई है। यह ठीक किया गया है। योजना से पिछले दस दिन से कम पानी आया है, जल शक्ति विभाग भोरंज के सहायक अभियंता आशीष देव बताते हैं। शुक्रवार को उत्पादन नहीं हुआ है। ऊहल को सिर्फ प्रत्येक डिविजन से जानकारी मिल सकती है।
0 Comments