बिना सुरक्षा उपकरणों के खड्डों को सफाई कर रहे स्वच्छता प्रहरी
मंडी, ब्यूरो रिपोर्ट
स्वच्छता के उद्देश्य से नगर निगम मंडी इन दिनों शहर के साथ खड्डों की सफाई कर रही है। किंतु हैरान करने वाली बात यह है कि स्वच्छता प्रहरियों की वजह से नगर निगम इन दिनों सफाई को लेकर चर्चा में है, लेकिन नगर निगम को उन लोगों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है।
स्वच्छता प्रहरी गल्व्ज, जूते और मास्क के बिना सफाई कर रहे हैं। निगम के अधिकारी स्वच्छता प्रहरियों की तस्वीरें तो खींच रहे हैं, लेकिन गंदगी से होने वाली बीमारियों के प्रति उन्हें जागरुक नहीं कर रहे हैं। गल्व्ज और जूतों के खड्ड की सफाई के दौरान स्वच्छता प्रहरी भी जख्मी हो सकते हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें सेफ्टी के तौर पर नगर निगम की ओर से कुछ नहीं मिला है।
बावजूद इसके, स्वच्छता प्रहरियों की लापरवाही पर नगर निगम भी निराश है। अब तक, स्वच्छता प्रहरी ने शहर के बीचोंबीच से गुजरने वाली सकोडी खड्ड से आठ टन कूड़ा-कचरा निकाला है। सेन मोहल्ले से नीचे तक खड्ड पूरी तरह से साफ है। आज युद्धस्तर पर स्वच्छता प्रहरी काम कर रहे हैं।
यह शहर आपका है, इसलिए नगर निगम के साथ मिलकर इसकी खूबसूरती बनाए रखने में सहयोग करें। कूड़ा फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए नगर निगम को कूड़ा फेंकने वालों की फोटो दिखाओ। वर्तमान में नगर निगम लोगों से यही अपील कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि के दौरान निगम के सफाई प्रबंधों की सभी ने प्रशंसा की थी। साथ ही, होली के दौरान सेशन जज शीतल शर्मा ने नगर निगम के प्रबंधों की प्रशंसा की है।
नगर निगम के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने स्वच्छता प्रहरियों की प्रशंसा की, जो कई दिनों से सकोडी खड्ड की सफाई कर रहे थे, और सफाई निरीक्षक सतीश गुलेरिया को उन्हें मास्क, गल्व्ज और जूते पहनकर काम करने को कहा। महापौर ने समझा कि खड्ड बीमारी का घर है। उनका कहना था कि स्वच्छता प्रहरियों को सेफ्टी का सामान दिया गया है, लेकिन वे पहनते नहीं हैं। उनका कहना था कि स्वच्छता प्रहरियों की सुरक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए अभियान को लगातार चलाने की आवश्यकता है। ऐसे में स्वच्छता मित्रों को गल्व्ज, मास्क और जूते पहनने की सलाह दें।
0 Comments