भाजपा की भी बढ़ी दिक्कत, बागी नेताओं की एंट्री से कहीं अपने न हो जाएं नाराज
मंडी,ब्यूरो रिपोर्ट
चुनावी बिगुल बजते ही देशभर में राजनीतिक दल लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में जहां इन दिनों राजनीतिक हालात अस्थिर बने हुए हैं, तो वहीं मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस व भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाती है, इस पर सबकी नजऱें टिकी हुई हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र इसलिए खास है, क्योंकि यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी व कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सांसद के रूप पर कार्य कर रही हंै।
इससे पहले भी वह मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गई है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक हालात के चलते उन्होंने अब मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे पर मना कर दिया है। वहीं भाजपा भी अभी इस सीट पर किसी के नाम पर मोहर नहीं लगा रही है।मंडी संसदीय क्षेत्र से पूर्व में मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह भी सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं और यह क्षेत्र विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी गृह क्षेत्र है। ऐसे में प्रतिभा सिंह के मना करने के बाद कांग्रेस पार्टी की भी मुश्किलें बढ़ रही हैं, क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह ने भी लोकसभा चुनाव लडऩे से मना कर दिया है। मंडी का पूरा इलाका काफी दुर्गम है और यहां नेता उतारने से पहले कांग्रेस व भाजपा को कई बार सोचना पड़ सकता है।लाहुल में कम मतदाता मंडी संसदीय क्षेत्र में 1359497 मतदाता है। इसमें 690534 पुरुष और 668963 महिला मतदाता शामिल हैं, जिनमें 2900 सेवा मतदाता शामिल हैं। जोगिंद्रनगर विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 102108 मतदाता हैं।
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