मंडी संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने से प्रतिभा सिंह ने इनकार कर दिया
शिमला , ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मंडी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। प्रतिभा सिंह ने बुधवार सुबह शिमला पहुंचते ही घोषणा की कि वह चुनाव में भाग नहीं लेगी। एमपी फंड बाँटने से चुनाव नहीं लड़ा जा सकता। हमारा कर्मचारी दुखी है।
प्रियंका ने कहा कि आज पार्टी के लिए कोई सक्रिय कार्यकर्ता नहीं है। यह पार्टी में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सरकार को बार-बार महत्व दिया गया है। मैं लगातार क्षेत्र में रहा हूँ। इन परिस्थितियों में हमें सफलता नहीं मिलेगी, मुझे लगता है। जो प्रत्याशी निर्वाचित होगा, उसे फायदा होगा। उपचुनाव जीतना हमारा दायित्व है, उन्होंने कहा। उपचुनाव प्रचार करेंगे।
सरकार को बचाने के लिए उपचुनाव आवश्यक हैं। कर्मचारियों का असंतोष दूर करना चाहिए। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मंडी से युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी का नाम भी चर्चा में है। लंबे समय से इस संसदीय क्षेत्र में जिला किन्नौर के भंडारी सक्रिय हैं। वह विधानसभा चुनाव के दौरान किन्नौर से पार्टी टिकट के लिए चुनाव लड़ रहे थे। मंडी से कौल सिंह ठाकुर को प्रत्याशी बनाने की भी संभावना है।
नई दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई, जिसका उद्देश्य लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चुनना था। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कमिटी के अध्यक्ष एवं पूर्व रेल राज्य मंत्री भक्त चरणदास की अध्यक्षता में हुई बैठक में हिस्सा लिया। प्रदेश के चारों टिकट इस सप्ताह केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में निर्धारित हो सकते हैं।
कुछ दिन बाद, छह विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव करने पर सहमति हुई। पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिमला सीट से दयाल प्यारी, अमित नंदा, कौशल मुंगटा और यशपाल तनाईक के नाम का पैनल बनाया गया है। ऐसे में दयाल प्यारी को सिरमौर के वोटों को बांटने के लिए कांग्रेस भी प्रत्याशी चुन सकती है। कांगड़ा में आशा कुमारी, करण पठानिया, संजय चौहान और मेजर जनरल सेवानिवृत्त डीवीएस राणा को संभावित प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा है।
कांग्रेस अभी भी हमीरपुर के प्रत्याशी का चयन करने में व्यस्त है। यहीं से सतपाल रायजादा और रामलाल ठाकुर के नाम सामने आए हैं। मुख्यमंत्री किसे उतारने का निर्णय अपने गृह संसदीय क्षेत्र पर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने कभी लोकसभा चुनाव लड़ने का अनुरोध नहीं किया था। पार्टी ने जो भी काम सौंपा है, उसे पूरा किया है। हमीरपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने नाम नहीं बताते हुए कहा कि हाईकमान को प्रत्याशी चुनने का अधिकार है।
दिल्ली में टिकटों के बारे में बहस चल रही है। इस संबंध में चित्र जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा। रामलाल ठाकुर ने प्रदेश के छह विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव को लेकर कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा कि अयोग्य विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में मीडिया से बातचीत में रामलाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने पूर्व में हाईकमान के आदेशों पर हमीरपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था।
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