वन विभाग की टीम ने यूपी में दबोचे आरोपी, चीन के साथ तार जुड़ने के मिले सबूत
चम्बा,ब्यूरो रिपोर्ट
चंबा से मेपल पेड़ों के अवैध कटान का मामले के तार चीन से जुड़ गए हैं। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पकड़े गए छह आरोपियों ने इसका खुलासा किया है। आरोपियों से वन विभाग की चंबा टीम ने मेपल पेड़ों की गांठों से बने 13 उत्पाद पकड़े हैं। आरोपियों से सात लाख से अधिक की नकदी भी बरामद की है। अनुमान लगाया जा रहा है कि नेपाली करेंसी भी आरोपियों से पकड़ी गई थी।
फिलहाल, इसको लेकर अभी तक वन विभाग ने खुलासा नहीं किया है। चंबा से उत्तर प्रदेश और वहां से चीन तक इस मामले के तार जुड़ने से सरकार के ध्यान में भी यह मामला पहुंच गया है। अब सरकार भी मामले में आगामी दिनों में कोई निर्णय ले सकती है।फिलहाल, चीन से मामले के तार जुड़ने के बाद वन विभाग ने अपनी जांच और भी गहनता से करनी शुरू कर दी है। सहारनपुर से पकड़े गए नेपाली मूल के लोगों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि चीन से ही मेपल पेड़ों की गांठों के उत्पादों की मांग नेपाल पहुंचती थी। आरोपी यह मांग पूरा करने के लिए हिमाचल के जंगलों में अवैध रूप से मेपल पेड़ों की गांठों का अवैध कटान करते थे। यह अवैध कटान पिछले कई सालों से चल रहा था।
चंबा में इससे पहले भी कई बार मेपल पेड़ों की गांठों के साथ नेपाल मूल के आरोपी पकड़े जा चुके हैं। कभी भी इस मामले में इतनी गहनता से जांच नहीं की गई। यही कारण रहा है कि आरोपी हिमाचल के जंगलों से अवैध कटान करते रहे। कुछ दिन पहले चंबा वन मंडल की टीम ने तीन लोगों को मेपल की गांठों के साथ पकड़ा था। विभाग ने मामले में बड़े स्तर पर तस्करी की आशंका के बीच मामले में गहनता से जांच शुरू कर दी है।धार्मिक मान्यता के अनुसार चीन में मेपल (मंदर) पेड़ की लकड़ी को काफी पवित्र माना जाता है। वहां इसके बने उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है। चीन में मेपल पेड़ों की लकड़ी की मुंह मांगी कीमत दी जाती है। यही कारण है कि आरोपी हिमाचल से अवैध रूप से मेपल पेड़ों की गांठों को निकाल कर चीन में सप्लाई कर रहे थे।मुख्य वन अरण्यपाल अभिलाष दामोदरन ने बताया कि मेपल पेड़ों की लकड़ी के अवैध कटान मामले के तार चीन के साथ जुड़े हो सकते हैं। इसको लेकर विभाग गहनता के साथ जांच कर रहा है। सहारनपुर में पकड़े गए छह नेपालियों से नकदी भी पकड़ी गई है।
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