भरमौर-पांगी में 300 गांव अंधेरे में, 23 सड़कें अभी भी बंद
चम्बा , ब्यूरो रिपोर्ट
जनजातीय क्षेत्रों पांगी और भरमौर में जनजीवन अभी तक पटरी पर नहीं आया है। लोगों का संघर्ष कम नहीं हो रहा है। बिजली और सड़क सुविधाओं से अधिकांश गांव वंचित हैं। भरमौर और पांगी में अभी भी 20 विद्युत ट्रांसफार्मर बंद हैं। इसके परिणामस्वरूप 300 गांव अंधेरे में हैं।
बर्फबारी से इन गांवों में रहने वाले लोगों को जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीण भी कड़ाके की ठंड में अपने घरों में विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। रात को रोशनी के लिए दीया या मोमबत्ती जलानी चाहिए। अभी भी 23 सड़कें बंद हैं। गांव में बीमार मरीजों को पालकी या पीठ पर उठाकर अस्पतालों तक लाना मुश्किल हो रहा है। जिले के अन्य गांवों में पांगी और भरमौर के अलावा बिजली और सड़क नहीं हैं।
बिजली के आठ ट्रांसफार्मर चंबा में बंद हैं। डलहौजी में एक ट्रांसफार्मर, तीसा में पांच, सलूणी में चार और भटियात में एक है। इसके अलावा, भरमौर और पांगी को छोड़कर पूरे जिले में सड़कों की स्थिति बेहतर है। सलूणी ही एकमात्र सड़क है जो बंद है। उपायुक्त मुकेश रेपस्वाल ने बताया कि संबंधित विभाग बर्फबारी से बंद पड़ी सड़कों और बिजली के ट्रांसफार्मरों को फिर से चालू करने के लिए मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।
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