जिला ऊना में रोजाना 70 लोग पहुंच रहे हैं अस्पताल
ऊना ,ब्यूरो रिपोर्ट
बीते दिनों हुई बारिश के बाद लोगों में खुजली की शिकायतें आने लगी हैं। रोजाना क्षेत्रीय अस्पताल की चर्म रोग ओपीडी में 70 से 80 लोग खुजली (स्केबीज) की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों को केमिस्ट स्टोर से दवाई और क्रीम न लेकर पहले अस्पताल में आकर उपचार करवाने की सलाह दे रहे हैं, ताकि रोग का सही प्रकार से उपचार हो सके।
सर्दी के मौसम में लोगों को चर्म रोग से संबंधित दिक्कतोंं का सामना करना पड़ रहा है। इसमेंं खास तौर पर खुजली की संक्रमण लोगों में तेजी से फैल रहा है। अगर परिवार में किसी एक मरीज को खुजली है तो पूरे परिवार में इसके फैलने का खतरा रहता है। ऐसे में मरीज के साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी एहतियात बरतने की जरूरत है।शुक्रवार को क्षेत्रीय अस्पताल स्थित चर्म रोग ओपीडी के बाहर मरीजोंं की कतारें लगी रहीं। इसके अलावा सोरायसिस और डेंड्रफ की दिक्कत के साथ जिलेभर से मरीज उपचार करवाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंच रहे हैं।स्केबीज संक्रमण का सबसे प्रमुख लक्षण खुजली होता है। यह खुजली शरीर के किसी भी हिस्से में भी हो सकती है।
सर्दियों में रोज न नहाना, संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल किए गए साबुन, तौलिया या कपड़े प्रयोग करने से यह संक्रमण तेजी से फैलता है। इस रोग के दौरान मरीज को खुजली लगातार होती है। ऐसे में बार बार खुजली करने से घाव भी बना जाते हैं।क्षेत्रीय अस्पताल में शुक्रवार को उपचार के लिए पहुंचे अंश और रुचिका ने बताया कि उन्हें बीते दो माह से शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर लगातार खुजली हो रही थी। चर्म रोग विशेषज्ञ को दिखाया तो पता चला कि उन्हेंं स्केबीज है। चिकित्सक ने उपचार के लिए दवाइयां दी हैं। एक सप्ताह बाद दोबारा चैकअप करवाने के लिए कहा गया है।क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. खीमित जैन ने कहा कि ओपीडी में इन दिनों स्कैबीज और डेंड्रफ से संबंधित काफी मामले सामने आ रहे हैं। काफी मरीज देरी से उपचार के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे संक्रमण काफी बढ़ गया है। रोगी अस्पताल मेंं न आकर पहले केमिस्ट के पास जाते हैं, ऐसे में दिक्कत अधिक बढ़ती है। त्वचा में रूखापन भी सर्दियों में बढ़ जाता है। इसके लिए थिक मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें।
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