बाल बाल बचे 50 मजदूर,करोड़ों का हुआ नुकसान
मंडी,ब्यूरो रिपोर्ट
सुंदरनगर के डोढवा -कपाही खड्ड के ऊपर बनाए जा रहे विशाल फ्लाईओवर का एक तरफ का पूरा हिस्सा मंगलवार देर रात निर्माण कार्य सम्पूर्ण होने के आधे घण्टे उपरांत तकरीबन सवा ग्यारह बजे गिर गया। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई भी इसकी चपेट में ना आया। स्थानीय निवासी घनश्याम व अन्य ने बताया कि जिस समय यह हादसा पेश आया उस समय हम सभी सोए हुए थे अचानक जोरदार आवाज सुनकर वह घबरा गए और घ्टनस्थल की और दौड़े।वही कुछ देर में निर्माण कार्य में लगी कम्पनी का स्टाफ,एनएचएआई के साइट इंजीनियर,बीबीएमबी के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
घटना उपरांत मामले को दबाने में सभी जुट गए और गिरे हुए सीमेंट,सरिया, शटरिंग व मलबे को मशीनरी के माध्यम से मिट्टी डाल ढकना शुरू कर दिया।इसी बीच मलबे के कुछ भाग को तिरपाल से ढक दिया गया मानो यहां पर कुछ हुआ ही नहीं।वही मामले की जानकारी ना पुलिस ना ही प्रशासन को दी गई।वही अगले दिन बुधवार देर रात कंपनी द्वारा मलबे से शटरिग , सरिये को निकलना शुरू किया गया।हैरानी की बात यह रही कि कंपनी द्वारा मामले को दबाने की इतनी जबरदस्त लीपापोती की गई कि मामला प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में भी उजागर नही हो पाया। वहीं जब मामले सबंधित जानकारी लेने के लिए एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण से विभिन्न पत्रकारों ने उनके मोबाइल पर बार संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन वह फोन उठाने से टलते रहे।फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान तकरीबन 5 दर्जन से ज्यादा कर्मी व अधिकारी कार्यस्थल पर मौजूद थे।लेकिन निर्माण कार्य देर रात तकरबीन साढ़े दस के आसपास पूरा हो गया था और अधिकतर लोग वाहनों सहित कार्यस्थल से निकल चुके थे।
मिस्त्री,चौकीदार और अन्य को मिला कर कुल आधा दर्जन लोग ही साईट पर थे जैसे ही उन्होंने लोहे की शटरिंग के तिडकने की आवाज सुनी तो वह भी सुरक्षित स्थान पर निकल गए।इसी दौरान फ्लाईओवर धराशाही हो गया।हादसे से जहा निर्माण कार्य में लगी एनएचएआई कम्पनी को करोड़ों का नुकसान हुआ वही फोरलेन निर्माण में भारी लापरवाही भी सामने आई है। दर असल कुछ दिन पूर्व ही भारी बारिश हुई थी और फ्लाई ओवर निर्माण स्थाल की शटरिंग सपोर्ट नीचे से गुजर रही खड्ड से लगाई गई थी । बारिश के चलते शटरिंग का प्लिंथ पानी घुस जाने के चलते कच्चा पड़ गया था लेकिन मौके पर उपस्थित इंजिनीयरो ने निर्माण कार्य को जारी रखा । फ्लाईओवर पर अतिरिक्त लोड को प्लिंथ सहन नही कर पाया और शटरिग बैठने से हादसा पेश आया।
0 Comments