संत बिहारी लाल ने भजन कीर्तन के माध्यम से संगत को गुरु महाराज की वाणी से जुड़ने का उपदेश दिया
ऊना,रिपोर्ट अविनाश चौहान
श्री गुरु रविदास मंदिर में 18वें दो दिवसीय सालाना 21- 22 जनवरी जोड़ मेला एवं घल्लू घारा दिवस में सोमवार दूसरे दिन का आयोजन धूमधाम से हुआ।माता कलसा जी को समर्पित मेले के आयोजन में 20 जनवरी से रखे गए गुरु आदि प्रकाश ग्रंथ के पाठ के भोग डाले गए। संत बिहारी लाल ने भजन कीर्तन के माध्यम से संगत को गुरु महाराज की वाणी से जुड़ने का उपदेश दिया।
गुरु रविदास मंदिर में युवा श्रद्धालुओं ने प्रदर्शनी के माध्यम से सर्व धर्म सद्भाव का संदेश दिया। प्रदर्शनी में 22 जनवरी 2005 को मंदिर गिराने से लेकर निर्माण, पुराने मंदिर के गेट एवं मूर्ति, माता लौणा जी, ठंडा बुर्ज, कृष्ण और हस्तबली सिद्ध चानों जी की कुश्ती, पौणाहारी बाबा बालकनाथ जी आदि आदि पर प्रकाश डाला गया। सेवादार रामदेव ने प्रदर्शनी के महत्व पर प्रकाश डाला।हिमाचल प्रदेश साधू संप्रदाय सोसायटी के अध्यक्ष संत बाबा रविंद्र दास, संत कमलजीत सिंह व संत सुच्चा सिंह खुरालगढ़ साहिब ने शबद वाणी का पाठ किया।
मंच पर गुरु रविदास जोड़ मेला कमेटी के अध्यक्ष बलवंत सिंह, बलवीर बग्गा व गुरु रविदास कमेटी संतोषगढ़ के प्रधान अधिवक्ता कुलविंद्र बैंस मौजूद रहे। यहां विशेष रूप से पहुंचे जोड़ मेला के संस्थापक गढ़शंकर के पूर्व विधायक शिंगारा राम सहूंगड़ा के परिवार से पत्नी सुमन कुमारी, बेटे कुंवर जगवीर सिंह सिद्धू व बेटी परी को सम्मानित किया। इसके बाद मंच पर गायक विजय रंगीला और आरडी सागर ने गुरु महाराज की प्रस्तुतियों को अपनी मधुर आवाज में प्रस्तुत किया। इस बीच अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह की निकाली गई शोभा यात्रा के सदस्यों ने भी मंदिर में हाजिरी भरी।
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