शीतलहर बढ़ी, सीजन में पहली बार कुकुमसेरी का न्यूनतम तापमान माइनस 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज
शिमला,ब्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर बढ़ गई है। मैदानी के साथ पर्वतीय भागों में लोगों को ठिठुरन भरी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान माइनस 12.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इससे पहले बीते 16 जनवरी को यहां न्यूनतम तापमान इस सीजन में सबसे कम 11.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। उधर, राज्य के मैदानी जिलों में भी ठंड व कोहरे का कहर जारी है। ऊना व मंडी में न्यूनतम तापमान फिर शून्य डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में आगामी छह दिनों तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। विभाग के अनुसार प्रदेश के सभी भागों में 25 जनवरी तक मौसम साफ बना रहेगा। वहीं, मैदानी जिलों के कुछ भागों में दो दिनों तक कोहरा व शीतलहर का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 20-21 जनवरी तक बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा (नूरपुर), सिरमौर (पांवटा साहिब व धौलाकुआं) और सोलन (बद्दी) और नालागढ़) के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने, पाला पड़ने की संभावना है। वाहन चालकों को सावधानी से यात्रा करने की सलाह दी गई है। आज राजधानी शिमला व आसपास भागों में मौसम साफ बना हुआ है। विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान ऊना और कांगड़ा जिले में शीतलहर चली।
राज्य में पांच स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस व पांच में शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान 3.2, सुंदरनगर 0.3 , भुंतर 0.3 , कल्पा -2.8, धर्मशाला 5.2, ऊना 0.6, नाहन 8.2, पालमपुर 3.0, सोलन 2.2, मनाली -0.7, कांगड़ा 3.6, मंडी 0.6, चंबा 3.1, डलहौजी 2.8 , जुब्बड़हट्टी 4.8, कुफरी 1.4, कुकुमसेरी -12.4 नारकंडा -0.7, भरमौर 1.5, रिकांगपिओ 2.8, सेऊबाग 0.0, धौलाकुआं 9.0, बरठीं 2.6, समदो -6.0 और सराहन में 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मैदानी क्षेत्रों के बाद जिला मुख्यालय नाहन में पहाड़ियों पर शुक्रवार सुबह कोहरा छाया रहा। इससे ठिठुरन बढ़ गई है और लोग दिन में अलाव जलाकर सेंकते नजर आए। इससे पहले जिला के औद्योगिक क्षेत्र कलाअंब व पांवटा साहिब में लंबे समय से कोहरा बरकरार था। लेकिन अब कोहरा पहाड़ी क्षेत्रों में भी पहुंचने लगा है। एक तरफ जहां रात से आधे शहर में विद्युत आपूर्ति ठप होकर रह गई है तो वहीं दूसरी तरफ दिन में कोहरा छा जाने के बाद लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हिमाचल में 122 साल में पहली बार 18 जनवरी तक इस साल सबसे कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। प्रदेश में एक से 18 जनवरी तक सामान्य से 99.7 फीसदी कम बादल बरसे हैं। बारिश और बर्फबारी के प्रदेश से मुंह मोड़ने के कारण सूखा पड़ने के हालात बनने लगे हैं। साल 1901 के बाद सबसे कम बारिश होने से जनवरी 2024 टॉप दस वर्षों में शामिल हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 17 जनवरी को प्रदेश में हल्की बर्फबारी और बारिश हुई। एक से 18 जनवरी तक प्रदेश में 43.1 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष अभी मात्र 0.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। वर्ष 1901 से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024 में सबसे कम बादल बरसे हैं। इससे पहले वर्ष 1966 में सामान्य से 99.6 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई थी। वर्ष 1902 में सामान्य से 92.4 फीसदी कम बारिश हुई थी।औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ एक दिन बाद फिर से कोहरे के आगोश में आ गया है। सुबह से ही यहां पर कोहरा छाया रहा। जबकि बीते दिन यहां पर करीब दो सप्ताह बाद तेज धूप खिली थी और लोगों ने ठंड से राहत मिली थी। लेकिन शुक्रवार को फिर घना कोहरा छा गया। इससे फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। वाहन भी रुक-रुक कर चल रहे है।
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