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जिला बिलासपुर के एम्स में सात और विभागों की आईपीडी शुरू

                                इन विभागों में मरीजों को भर्ती करने की अलग व्यवस्था कर दी गई 

बिलासपुर,ब्यूरो रिपोर्ट 

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर एम्स में अब सात और विभागों में भर्ती होने वाले मरीजों को अलग से आईपीडी (इनपेशेंट डिपार्टमेंट) की सुविधा मिलना शुरू हो गई है। यानी इन विभागों में मरीजों को भर्ती करने की अलग व्यवस्था कर दी गई है। संस्थान ने आईसीयू में भी सात बिस्तरों की संख्या बढ़ाई है। एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के मरीजों को 15 बिस्तरों की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा ईएनटी, प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, रूमेटोलॉजी, दंत विभाग के मरीजों के लिए भी अलग बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर में अक्तूबर तक सामान्य रोग, स्त्री रोग, हड्डी रोग विभाग में ही मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था थी। इसके अलावा अन्य मरीजों को संयुक्त आईपीडी में भर्ती किया जाता था। वर्तमान में एम्स बिलासपुर में कुल 21 ओपीडी काम कर रही हैं। वहीं अक्तूबर तक संस्थान में करीब 425 बिस्तरों की सुविधा थी। लेकिन अब यह संख्या करीब 547 तक पहुंच गई है।एम्स ने गायनी, ऑर्थो और सामान्य मेडिसिन की आईपीडी 2023 में शुरू कर दी थी। अब ईएनटी,प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, रूमेटोलॉजी, दंत विभाग, एंडोक्रिनोलॉजी की आईपीडी शुरू की है।इसमें करीब 102 बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है। जनरल सर्जरी में 30,ईएनटी में 15, प्लास्टिक सर्जरी में 15, न्यूरो सर्जरी में 15, एंडोक्रिनोलॉजी में 15,रूमेटोलॉजी में 15 और दंत विभाग आईपीडी में 10 बिस्तरों की अलग आईपीडी चलाई गई है। इससे पहले सामान्य आईपीडी में ही इन विभागों के मरीजों को भर्ती किया जाता था। वहीं क्रिटिकल केयर यूनिट आईसीयू में चार बिस्तरों व मेडिसिन सर्जरी आईसीयू में सात बिस्तरों की सुविधा है। एम्स प्रबंधन का कहना है कि संस्थान प्रदेश सहित साथ लगते राज्यों के लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में कार्य किया जा रहा है। बेहतरीन विशेषज्ञों के साथ बेहतरीन सेवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है।

एम्स बिलासपुर में अभी तक 21 ओपीडी चल रही हैं। एम्स में न्यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी, सीटीवीएस (हृदय बाईपास सर्जरी), मेडिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर संबंधी बीमारी) रेडिएशन ऑन्कोलॉजी (कैंसर थेरेपी) ओबीजी एंड गायनी, डर्मेटोलॉजी (त्वचा विशेषज्ञ), शिशु रोग विशेषज्ञ, नियोनेटोलॉजी (नवजात बच्चों की ओपीडी), नेफ्रोलॉजी (गुर्दे/ किडनी संबंधित), सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर विज्ञान शल्य चिकित्सा), एंडोक्रिनोलॉजी (हार्मोन उत्पन्न करने वाली ग्रंथियों संबंधी), मनोचिकित्सक, हड्डी रोग विशेषज्ञ, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र विभाग की ओपीडी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मिल रही हैं। सामान्य रोग, स्त्री रोग और हड्डी रोग की आईपीडी चल रही है।



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