पहली बार होगा आलू की फसल का बीमा
चम्बा,ब्यूरो रिपोर्ट
जिले में पहली बार आलू की फसल का बीमा होगा। प्राकृतिक आपदा या सूखे की स्थिति में आलू की फसल खराब होने पर बीमा करवाने वाले किसान इसके लाभ के हकदार होंगे।किसानों को आलू की फसल का 31 जनवरी तक बीमा करवाना होगा। पुनर्गठित मौसम आधार फसल बीमा योजना के तहत किसानों को लाभ देने के लिए योजना शुरू की गई है। जिला चंबा के करीब 73 हजार किसान आलू की खेती करते हैं। आलू की फसल का बीमा के लिए पांच ब्लॉकों को इसके लिए चयनित किया गया है। इनमें चंबा, भरमौर, तीसा, सलूणी और पांगी ब्लॉक शामिल हैं।
गौर रहे कि जिले के 200 हेक्टेयर भूमि में आलू की पैदावार होती है। अकसर प्राकृतिक आपदा और सूखे की स्थिति में आलू की फसल को होने वाले नुकसान का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ता है। केंद्र सरकार किसानों को नुकसान से बचाने के लिए रबी की फसल का पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत अब आलू की फसल का बीमा भी करेगी। किसानों को प्रति बीघा जमीन के हिसाब से 500 रुपये प्रीमियम देकर दस हजार तक क्लेम मिलेगा। बैंकों के ऋणी किसानों का बैंक की ओर से आलू फसल बीमा हो जाएगा। जो ऋणी किसान आलू फसल का बीमा नहीं करवाना चाहते हैं, उन्हें बीमा की अंतिम तिथि से सात दिन पूर्व अपना घोषणा पत्र बैंक के पास जमा करवाना होगा।
कृषक आलू फसल का बीमा करवाने के लिए अपना आधार कार्ड, बैंक पास बुक, चैक, जमाबंदी, किसान पास बुक, मोबाइल नंबर लेकर बीमा लोक मित्र केंद्रों, बैंक या प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के पोर्टल www.pmfby.gov.in पर भी आवेदन कर सकते हैं।कृषि बीमा कंपनी के जिला प्रभारी भुवनेश कुमार ने बताया कि आलू फसल का बीमा जिला चंबा में पहली बार हो रहा है। बताया कि कंपनी की ओर से 31 जनवरी 2024 तक कृषक अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं।कृषि उपनिदेशक कुलदीप धीमान ने बताया कि किसानों को प्राकृतिक आपदा और सूखे की स्थिति से उभारने के लिए रबी की फसल में शामिल आलू का भी बीमा होगा। बशर्ते, 31 जनवरी तक किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाना होगा।
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